- प्राइवेट मोड में नहीं है साइंस सब्जेक्ट से डिग्री की व्यवस्था
- इग्नू और उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी में है सभी कोर्सेज
- हर साल रेगुलर कोर्सेज में रहती है मारामारी
- फ्यूचर सिक्योर करने के लिए ओपन स्टडीज हैं बेस्ट ऑप्शन
DEHRADUN: दून सिटी की बात करें या फिर आस पास के शहरों की। यहां की बेहर सुविधाएं पहाड़ के स्टूडेंट्स अपनी ओर खींचती हैं। यही कारण है कि सिट के कॉलेजेज में एडमिशन टाइम में काफी मारा मारी रहती है। आलम यह होता है कि रेगूलर कोर्सेज की मेरिट हर साल 70 से 80 परसेंट के बीच थमती है। ऐसे में इससे बिलो परसेंटेज वाले कैंडिडेट्स के खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन इस परेशानी का सबसे अच्छा हल है ओपन स्टडीज। जी हां, ओपन यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस लर्निग के जरिए स्टूडेंट्स न सिर्फ अपना साल बचा सकते हैं बल्कि शानदार कोर्सेज में एडमिशन पाकर फ्यूचर भी संवार सकते हैं।
क्लासेज स्टार्ट करने का फैसला
उत्तराखंड की बात करें तो हर साल एडमिशन के मारा मारी देखने को मिलती है। दरअसल लिमिटेड सीट्स और मेरिट बेस पर एडमिशन के हाईकोर्ट के फैसले के बाद लास्ट ईयर इवनिंग क्लासेज स्टार्ट करने का फैसला हुआ, लेकिन वह परवान नहीं चढ़ सका। पिछले साल पर गौर करें तो आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम से जुड़े स्टूडेंट्स इवनिंग क्लासेज के चक्कर में कहीं एडमिशन नहीं ले पाए थे। इस साल भी इवनिंग क्लासेज को ओर या छोर नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में इस साल भी हजारो स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
प्राइवेट मोड भी नहीं है मददगार
प्राइवेट मोड में डिग्री का बात करें तो यहां भी स्टूडेंट्स के लिए पर्याप्त विकल्प नहीं है। दरअसल प्राइवेट मोड से केवल आर्ट्स और कॉमर्स फील्ड स्टूडेंट्स के लिए ही एग्जाम की व्यवस्था है, लेकिन प्रैक्टिकल बेस्ड सब्जेक्ट्स वाले किसी कोर्स के लिए प्राइवेट मोड में कोई डिग्री नहीं कराई जाती। इसी कारण कई बार साइंस से जुड़े स्टूडेंट्स को परेशानी झेलनी पड़ती है।
ओपन यूनिवर्सिटीज है बेहतर विकल्प
साइंस स्ट्रीम के अधिकतर सब्जेक्ट्स प्रैक्टिकल बेस्ड हैं। लेकिन प्राइवेट एग्जामिनेशन में इनके लिए कोई व्यवस्था ही न होने से करियर की राह गड़बड़ा सकती है। इस समस्या को सबसे अच्छा सॉल्युशन है ओपन लर्निग। स्टेट में ओपन यूनिवर्सिटी के जरिए स्टूडेंट्सअपना फ्यूचर सिक्योर कर सकते हैं। उत्तराखंड की बात करें तो यहां इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के अलावा उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी भी स्टूडेंट्स के लिए शानदार और विश्वसनीय विकल्प हो सकता है। जहां से स्टूडेंट्स अपने करियर की ऊंची उड़ान भर सकते हैं।
जॉब के साथ पढ़ाई का भी है ऑप्शन
अगर आप पारिवारिक या किसी अन्य कारणों से पढ़ाई पूरी नहीं कर सके और मन में पढ़ने की चाह बरकरार है तो ऐसे लोगों के लिए ओपन यूनिवर्सिटीज वरदान सरीखी हैं। दिल्ली में इंदिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने हाल ही में ऑनलाइन कोर्सेज भी स्टार्ट किए हैं। यानी अगर आप देहरादून या उत्तराखंड के किसी भी हिस्से में रहकर बैठे-बैठे ही पूरी पढ़ाई इंटरनेट के जरिए पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी में ओपन लर्निंग की सुविधा उपलब्ध है।
इग्नू के कुछ हॉट कोर्स
मास्टर इन एडल्ट एजुकेशन
मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बैंकिंग और वित्त)
मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
मास्टर्स ऑफ कॉमर्स
मास्टर ऑफ आर्ट (इकोनॉमिक्स)
बैचलर ऑफ एजुकेशन
बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन साइंस
बीएससी
बीएससी नर्सिंग (पोस्ट बेसिक)
डिप्लोमा इन न्यूट्रीशन एंड हेल्थ एजुकेशन
डिप्लोमा इन एचआईवी एंड फैमिली एजुकेशन
डिप्लोमा इन मीट टेक्नोलॉजी
डिप्लोमा इन एन्टरप्रेन्योरशिप एंड स्किल डेवलपमेंट
सर्टिफिकेट कोर्स इन एयर टिकटिंग
सर्टिफिकेट कोर्स इन बी कीपिंग
सर्टिफिकेट कोर्स इन कंज्यूमर प्रोटेक्शन
सर्टिफिकेट कोर्स इन डायबिटीज केयर फॉर कम्युनिटी वर्कर
अन्य कोर्सेज के लिए यहां क्लिक करें- http://www.ignou.ac.in/ignou/studentzone/programmelist
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उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के हॉट कोर्सेज
- सर्टिफिकेट इन मास मीडिया
- होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा
- फलित ज्योतिष में डिप्लोमा
- लोक स्वास्थ्य और सामुदायिक पोषण में डिप्लोमा
- पर्यटन अध्ययन में डिप्लोमा
- फलों और सब्जियों से मूल्य संवर्धित उत्पाद में डिप्लोमा
- डिपलोमा इन वैल्यू एडिड प्रोडक्ट फ्रोम फ्रूट्स
- बैचलर ऑफ आर्ट्स
- बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन
- बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन
- होटल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन
- एमए अंग्रेजी
- एमए हिस्ट्री
- एमए पॉलिटिकल
अन्य कोर्सेज के लिए यहां क्लिक करें- http://uou.ac.in/programmes
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ओपन यूनिवर्सिटी यूजीसी के सभी मानक पूरी करती है। ऐसे स्टूडेंट्स जो कहीं जॉब करते हैं या किसी कारण से पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए उनके लिए तो ओपन लर्निग वरदान है ही साथ ही उन स्टूडेट्स के लिए भी मददगार है जो फिलहाल पढ़ाई के लिए विकल्प तलाश रहे हैं।
---- डा। संदीप नेगी, रीजनल डायरेक्टर, उत्तराखंड ओपन यूनिविर्सटी