- पहले रोडवेज 200 बसें खरीदने का बना रहा था प्लान

- घाटे को देखते हुए रोडवेज ने बदला प्लान

देहरादून।

घाटे में चल रहे रोडवेज ने 200 सीएनजी बसों की खरीद के फैसले को बदल कर अब 400 पुरानी बसों में सीएनजी किट लगाने का फैसला लिया है। इसके लिए रोडवेज ने टैंडर भी प्रस्तावित किए हैं। जल्द ही इन बसों में किट लग जाएगी। इन बसों में सीएनजी किट लगने के बाद पॉल्यूशन को लेकर चल रही समस्या से भी निजात मिल सकेगा। साथ ही रोडवेज को लगातार हो रहे नुकसान की भरपाई भी हो सकेगी। कम लागत में यह बस अधिक फायदेमंद मानी जा रही है।

ट्रायल से सफलता तक

रोडवेज के अनुसार शुरुआत में गेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने ट्रायल के लिए 5 बसें दी थी। ट्रायल सफल होने पर 8 और बसें रोडवेज के अनुबंध पर शामिल हुईं। ये बसें केवल दिल्ली रूट पर चलाई गईं। क्योंकि दिल्ली में ही सीएनजी फिलिंग स्टेशन मौजूद हैं। अब टांसपोर्ट नगर स्थित वर्कशॉप में फिलिंग स्टेशन तैयार किया गया है। यहां गैस पम्प भी लग गया है।

एवरेज भी रहा अच्छा

सीएनजी बसों का एवरेज भी डीजल से चलने वाली गाडि़यों की अपेक्षा अच्छा माना जाता है। ऐसे में रोडवेज इन बसों को शामिल करने का कारण बता रहा है। बीते तीन माह में रोडवेज को सीएनजी बसों से लाखों का मुनाफा भी हुआ है।

डीजल वर्सेज सीएनजी

फ्यूल रेट एक्सपेंस (पर डे)

डीजल - 70 - 7700

सीएनजी- 42 - 3180

भविष्य को लेकर तैयारी

दिल्ली में भविष्य में डीजल बसेज की एंट्री बंद होने के संभावना है। ऐसे में उत्तराखंड रोडवेज की ओर से भविष्य सीएनजी बसेज को प्राथमिकता के आधार पर चलाने को तैयार है। डीजल की बसों की एंट्री पर रोक लगती है तो रोडवेज प्लान तैयार हैं।

पॉल्यूशन में होगी कमी

रोडवेज में इन बसों के शामिल होने के साथ अधिकारियों के अनुसार शहर डीजल से निकलने वाले धुंए से राहत मिलेगी। पर्यावरण में फैलने वाले पॉल्यूशन को भी कम किया जा सकेगा।

13 बसें चल रहीं इन रूट पर

देहरादून- 5

रामनगर - 3

हरिद्वार - 3

कोटद्वार - 2

मैदानी मार्गों में होगा संचालन

इन सीएनजी बसों का संचालन केवल मैदानी मार्गों के लिए रखा गया है। हालांकि रोडवेज पहाड़ी मार्गों में इन बसों को सफल नहीं मान रहा। यह पहाड़ में लोड नहीं ले पाती है।

कुमांऊ व गढ़वाल में 200-200

रोडवेज ने 200 बसें कुमाऊं व 200 देहरादून व ऋषिकेश से संचालित होगी। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार यह बसें केवल दिल्ली रूट पर चलेगी। अब तक दिल्ली रूट पर ही रोडवेज की 550 बसों का संचालन कुमाऊं व गढ़वाल से होता है।

टैंडर भी किए जा रहे प्रस्तावित

रोडवेज की बसेां में सीएनजी किट लगाने को लेकर टैंडर भी प्रस्तावित कर रहा है। इसके साथ ही बसों में किट लगने के फायदे व नुकसान का भी आंकलन किया जा रहा है।

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इन बसों के संचालन के अच्छे रिजल्ट होने के कारण इनकी डिमांड बढ़ाई जा रही है। लेकिन रोडवेज फिलहाल नई बसों को खरीदने की कंडिशन में नहीं है। ऐसे में रोडवेज की पहले की 400 बसों में ही सीएनजी किट लगाई जा रही है। इसके साथ ही इसके नुकसान व फायदे का भी आंकलन किया जा रहा हैं।

- दीपक जैन, जीएम रोडवेज

फोटो -: सीएनजी बस