-बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक का पहला चरण पूरा

-चुनावी चेहरा व टिकटों के बंटवारे को लेकर संशय कायम

-बैठक में नहीं पहुंचे पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी

भीमताल : बीजेपी उत्तराखंड में पूरी तरफ चुनावी मोड में है और इसी के तहत भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। इस दौरान आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति पर मंथन किया गया। बैठक भीमताल में हुई। कयास लगाए जा रहे थे कि इस बैठक में ये तय हो जाएगा कि सूबे में पार्टी किस चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ेगी। साथ ही टिकटों को लेकर भी संशय के बादल छंट जाएंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बंद कमरे में हुई चुनावी मंत्रणा की बातें कमरे से बाहर भी नहीं आ सकीं। बैठक में शामिल बीजेपी के नेता बंद कमरे से बाहर आकर राष्ट्रीय मुद्दों पर ही ज्यादा बात करते रहे।

चुनाव पर बनी रणनीति

शनिवार को भीमताल में एक होटल के बंद कमरे में हुई बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने कहा कि बैठक में चुनाव रणनीति को लेकर सामान्य चर्चा ही हुई। जब उनसे पत्रकारों से सवाल किए तो वे बोले कि बीजेपी समय-समय पर ऐसी बैठकों का आयोजन करती है।

भीमताल में पाकिस्तान का मुद्दा

पूर्व सांसद व स्थायी रक्षा समिति के सदस्य सतपाल महाराज ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर को भारत कूटनीतिक तरीके से लेकर ही रहेगा.बलूचिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति बलूचिस्तान को बांग्लादेश की तरह ही पाकिस्तान से अलग कराने में सफल होगी। बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री संगठन राम लाल, सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू आदि शामिल रहे।

बॉक्स

बैठक से नदारद रहे कोश्यारी

बीजेपी की कोर कमेटी की इस बैठक में पूर्व सीएम और नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी नदारद रहे। सियासी हलकों में यही चर्चा रही कि भगत दा नाराज हैं। हालांकि आई नेक्स्ट से बातचीत में भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि नाराजगी की कोई बात नहीं है। उनके पिथौरागढ़ में पहले से कई कार्यक्रम निर्धारित थे, जिनमें शामिल होना जरूरी था। हालांकि अंदरखाने यही चर्चा है कि संगठन में सबसे ज्यादा पैठ रखने वाले कोश्यारी चाहते हैं कि चुनावी चेहरा घोषित किए बिना पार्टी उत्तराखंड में चुनाव लड़ेगी तो इससे नुकसान होगा। साथ ही अपनी नाराजगी जताकर कोश्यारी खुद को प्रोजेक्ट करने का भी दबाव बना रहे हैं।

वर्जन

मेरी कोई नाराजगी नहीं है और न मैं कभी नाराज हो सकता। मुझे पार्टी ने सीएम बनाया, राज्यसभा भेजा और अब लोकसभा सांसद बनाया। मैं सिर्फ पार्टी की सेवा में भरोसा रखता हूं। मेरे पिथौरागढ़ में कार्यक्रम थे, इसलिए बैठक में नहीं पहुंच पाया।

भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व सीएम व सांसद