-मुन्नाभाइयों ने पूछताछ में किया खुलासा

-रिजर्व कैटेगरी में दिए गए जनरल कोटे को एडमिशन

-अब एसआईटी जुटी ब्योरा इकट्ठा करने में

DEHRADUN: उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल टेस्ट (यूएपीएमटी) में एक के बाद एक मुन्नाभाइयों की गिरफ्तारी के बाद अब मेडिकल कॉलेजेज में एडमिशन के लिए हुई काउंसिलिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मुन्नाभाइयों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि नियमों के खिलाफ रिजर्व कोटे की सीटों पर भी जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया गया। इस खुलासे में कितनी सच्चाई है इसका पता लगाने के लिए एसआईटी अब मेडिकल कॉलेजेज में अध्ययनरत छात्रों की कैटेगरीवाइज डिटेल जुटा रही है।

अब सत्यता जांचने में जुटी पुलिस

घटनाक्रम के अनुसार म् अगस्त को उत्तराखंड पुलिस को एक गुमनाम पत्र मिला था, जिसमें 7 अगस्त को आयोजित की जाने वाली यूएपीएमटी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर इनपुट दिए गए थे। इस पत्र के बाद दून पुलिस ने मोर्चा संभाला और चार एग्जाम सेंटर्स से 9 मुन्नाभाई गिरफ्तार किए थे। इसके बाद पुलिस को अभी तक पांच गुमनाम पत्र मिल चुके हैं और ख्ब् मुन्नाभाई गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि दून पुलिस को अभी भी 9 लोगों की इस मामले में तलाश है। इस मामले में उत्तराखंड आयुर्वेदिक कॉलेज के लिए टेस्ट कराने वाली नोएडा की एक एजेंसी पर भी सवाल उठे थे और इसके बाद अब मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए हुई काउंसिलिंग पर भी सवाल खड़े हुए हैं। पूछताछ में अरेस्ट किए गए मुन्नाभाइयों ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों में कई स्टूडेंट्स को रिजर्व कैटेगरी की सीट्स पर एडमिशन दिलाया गया। इतना ही नहीं काउंसिलिंग के दौरान उनके प्रमाण पत्र और दस्तावेजों में भी कमियों को नजरअंदाज किया गया। पुलिस इस खुलासे के बाद अब इसकी सत्यता जांचने में जुट गई है।

-----------

गिरफ्तार किए गए मुन्नाभाइयों ने यूएपीएमटी परीक्षा के बाद काउंसिलिंग में मनमानी को लेकर कई अहम खुलासे किए हैं। मामले की सत्यता की जांच में पुलिस जुट गई है, यदि गड़बड़ी पाई गई तो फिर मेडिकल कॉलेजेज में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के रिजर्वेशन का ब्यौरा भी खंगाला जाएगा।

डॉ.सदानंद दाते, एसएसपी, देहरादून।