- व्यापारी की पत्नी को झांसा देकर ठगे थे जेवर

- कर्नाटक के ईरानी गैंग से संबंधित हैं आरोपी, जेवर बरामद

देहरादून,

ऋषिकेश पुलिस ने कर्नाटक से उत्तराखंड आकर ठगी को अंजाम देने वाले ईरानी गैंग के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। 9 दिन पहले आरोपियों ने व्यापारी की पत्नी को सम्मोहित कर जेवर ठग लिए थे। पुलिस ने ठगी का माल और दो बाइक भी आरोपियों से बरामद की हैं।

6 जनवरी शाम की वारदात

ऋषिकेश थाने में अर¨वद जैन पुत्र स्वर्गीय प्रेमचंद्र जैन निवासी 75 जीवनीमाई मार्ग निकट मॉडर्न स्कूल ऋषिकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में व्यापारी अर¨वद जैन ने पुलिस को बताया की 6 जनवरी की शाम उनकी पत्नी बाजार सामान लेने गई थी। रेलवे रोड पर भगवान भवन के समीप दो व्यक्तियों ने उनकी पत्नी को बातों में उलझा कर जेवर ठग लिए थे। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि घटनास्थल और उसके आसपास क्षेत्र में करीब 150 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी की गई। गुरुवार शाम मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नेपाली फार्म तिराहे के पास से अलग-अलग बाइक पर सवार 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के नाम मिसकिन पुत्र मंसूर अली निवासी हुसेनी कॉलोनी, जिला बीदर कर्नाटक, मौसीन खान पुत्र फिरोज खान निवासी थाना लालबाग जिला बुरहान मध्यप्रदेश, शेख अबू तोराब पुत्र अख्तर अली निवासी हुसेनी कॉलोनी, जिला बीदर कर्नाटक बताए जा रहे हैं। व्यापारी की पत्नी से ठगे गए सभी जेवर बरामद कर लिए गए हैं.पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी कर्नाटक के ईरानी गैंग के हैं। सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

वारदात का तरीका

- बैंक में सीधे-साधे ग्राहकों को नोट गिनने के बहाने या असली-नकली नोट की पहचान कराने के नाम पर ठगी करते हैं।

- पुलिस अधिकारी बनकर आम जनता को भय दिखाकर पैसे ऐंठते हैं।

- ज्वैलर्स की दुकान पर ग्राहक बनकर दुकानदार को बातों में उलझाकर ज्वैलरी चुरा लेते हैं।

कई केस पहले से दर्ज

गिरफ्तार आरोपी मिस्किन पर कर्नाटक में चोरी एवं धोखाधड़ी के 6 से अधिक केस दर्ज हैं। अब्दुल तराब पर कर्नाटक में धोखाधड़ी एवं महाराष्ट्र में आ‌र्म्स एक्ट में केस दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी मिसकिन ने बताया कि वह लोग मूल रूप से कर्नाटक के हैं। उनके पास जो बाइक रहती हैं, उन्हें मेरठ व दिल्ली में स्टेशनों की पार्किंग में खड़ी कर वापस कर्नाटक चले जाते हैं। विभिन्न प्रदेशों में जाकर घूम घूमकर नग, मोती, कपड़े व चश्मे इत्यादि बेचने का काम करते हैं। जिसकी आड़ में वह लोग भीड़ वाले बाजार क्षेत्र में अकेली महिला की तलाश करते हैं और उनके साथ ठगी करते हैं।