-बीजेपी अध्यक्ष और आप के पूर्व संयोजक ने हरीश सरकार को घेरा

-सीएम हरीश रावत ने कहा-नगर निगम में बीजेपी का बोर्ड, वह नहीं बच सकती अपनी जिम्मेदारी से

DEHRADUN: लगातार तेज होते डेंगू के डंक और कमजोर सरकारी इंतजामों के बीच अब इस संवेदनशील मसले पर सियासी दंगल भी छिड़ गया है। विपक्ष ने बृहस्पतिवार को हरीश रावत सरकार और उसके मंत्रियों पर जमकर निशाना साधा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि लोग मर रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री और चिकित्सा शिक्षा मंत्री का कहीं पता नही है। विपक्ष ने दबाव बढ़ाने की कोशिश की, तो शाम होते-होते कांग्रेस सरकार और संगठन दोनों ही पलटवार के लिए सामने आ गए। दोनों ने बीजेपी को टारगेट पर ले लिया।

विपक्ष ने उठाया मुद्दा

डेंगू का दायरा लगातार फैलता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। दून के संबंध में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच तालमेल के अभाव को विपक्ष ने पुरजोर तरीके से उठाया। आप के पूर्व संयोजक अनूप नौटियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दून में डेंगू की रोकथाम का मामला स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच फंसकर रह गया है। लोग मर रहे हैं और सरकार को कोई चिंता नहीं है। दूसरी तरफ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बयान जारी करते हुए कहा है कि डेंगू से लोगों को बचाने के मामले में सरकार फेल हो गई है।

रावत ने बीजेपी पर कसे तंज

इस पर सीएम हरीश रावत ने विपक्ष, खास तौर पर बीजेपी की घेराबंदी की कोशिश की। सीएम ने कहा कि डेंगू की समस्या सिर्फ उत्तराखंड की नहीं है। देश के दूसरे हिस्सों में भी डेंगू अटैक कर रहा है। सरकार इससे निपटने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने बीजेपी को उकसाने की कोशिश की और कहा कि नगर निगम में उसका बोर्ड है। डेंगू की रोकथाम के लिए उसे भी प्रभावी भूमिका निभानी होगी।

सरकार डेंगू के नियंत्रण को लेकर मार्च से ही सतर्क है। भाजपा के आरोप निराधार हैं। समय से पहले सूबे में डेंगू ने दस्तक दी है।

सुरेंद्र सिंह नेगी, स्वास्थ्य मंत्री।

-डेंगू पर सरकार लापरवाह बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी तक डेंगू से सुरक्षित नहीं हैं। हर दिन डेंगू पर सरकारी इंतजामों की पोल खुल रही है।

-अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी।

-डेंगू के सरकारी आंकडे़ गलत तस्वीर पेश कर रहे हैं। जांच करा ली जाए, तो प्रभावितों का आंकड़ा कहीं ज्यादा निकलेगा। सरकार के मंत्रियों को शहर में घूमना चाहिए।

-अनूप नौटियाल, पूर्व प्रदेश संयोजक, आप।

-ऐसे संवेदनशील मसले पर सियासत नहीं होनी चाहिए। विपक्ष सरकार के प्रयासों में सहभागी बने, तो ये जनता के लिहाज से ज्यादा बेहतर बात होगी। -गरिमा महरा दसौनी, प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस