-सैकड़ों पर्यटक आपदा के निशां देखने पहुंचे केदारनाथ

-हर साल बढ़ रही तादात, कई चोराबाड़ी तक जाने की मांगते हैं इजाजत

DEHRADUN: तीन साल पहले केदारघाटी में आई त्रासदी के जख्म भले ही अब तक नहीं भरे हों, लेकिन इस त्रासदी ने देश-दुनिया का ध्यान केदारनाथ की तरफ दोगुना किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि केदार आपदा के बाद पिछले दो-तीन सालों में प्रदेश में एक नए टूरिज्म को जन्म दिया है और ये है 'डिजास्टर टूरिज्म'। इसके तहत युवा, स्कॉलर्स और प्रकृति प्रेमी सबसे आगे हैं जो त्रासदी के अवशेषों को देखने के लिए केदार घाटी पहुंच रहे हैं।

खिंचे चले आ रहे हैं विदेशी

जून ख्0क्फ् को केदारनाथ घाटी में आई तबाही के बाद केदारनाथ में देशी व विदेशी पर्यटकों की आमद में खासी गिरावट दर्ज की जा रही थी, लेकिन अब ये ग्राफ लगातार हर साल बढ़ रहा है। केदार घाटी में पुनर्निर्माण के काम में लगे एनआईएम के प्रधानाचार्य कर्नल अजय कोठियाल कहते हैं कि उनके पास केदारनाथ के लिए ऐसे कई फोन आया करते हैं, जो केदारनाथ आने के इच्छुक होते हैं और वर्तमान में केदारघाटी की स्थिति के बारे में पूछते हैं।

चोराबाड़ी तक जाने की मांगते हैं अनुमति

डिजास्टर टूरिज्म को लेकर बद्री-केदार मंदिर समिति भी यही कहती है। मंदिर समिति के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अनिल शर्मा कहते हैं कि घाटी में देश-विदेश के पर्यटकों व यात्रियों के केदारनाथ में आई त्रासदी के निंशा देखने वालों की संख्या भी कम नहीं है। केदारनाथ पहुंचने वालों में यात्रियों व पर्यटकों के अलावा छात्र, स्कॉलर्स, विशेषज्ञ भी शामिल हैं। इनमें से कई चोराबाड़ी तक जाने की अनुमति मांगते हैं। चोराबाड़ी वही इलाका है जहां तबाही की झील बनी थी। ये लोग बाकायदा गाइड लेकर वहां तक पहुंचते हैं।

-----------

लगातार बढ़ी पर्यटकों की संख्या

साल--देशी--विदेशी

ख्0क्ख्--भ्7ख्ब्ब्ख्--भ्98

ख्0क्फ्--फ्फ्फ्भ्7भ्--8क्

ख्0क्ब्--ब्0म्9ब्--ख्ख्8

ख्0क्भ्--क्भ्फ्77क्--म्क्ब्

ख्0क्म्--ख्797ब्7---क्क्00 से अधिक

(नोट:-इस साल केदारनाथ आने वाले विदेशी यात्रियों व पर्यटकों की संख्या घट-बढ़ सकती है, जबकि इस साल चारधाम आने वाले विदेशी पर्यटकों का बायोमेट्रिकट रजिस्ट्रेशन म्म्ब्9 रहा है.)

----------------------

ख्0क्फ् में आपदा किस प्रकार से आई थी, उसके बाद केदारघाटी में किस प्रकार से निर्माण कार्य हो रहे हैं। यही देखने-जानने की जिज्ञासा थी। बाबा केदार के दर्शनों के लिए भी आया था।

केशव अग्रवाल, मुरादाबाद।

यकीनन तीन साल पहले केदारघाटी में जबरदस्त आपदा आई हुई थी। आपदा के बाद केदार वैली में कैसी तस्वीर है, मन में जिज्ञासा थी। इसलिए भी आए हुए हैं।

रोहित कुमार, चंदौसी।

बाबा के दर्शनों के साथ ऐसे भी यात्री व पर्यटक वैली में पहुंच रहे हैं, जो केदारनाथ वैली में कैसी आपदा आई और उसके बाद अब वहां क्या हाल है। जानने व देखने के लिए आ रहे हैं।

अनिल शर्मा, एक्जीक्यूटिव ऑफिसर।

केदारनाथ में आई आपदा के बाद एनआईएम के पास भी लगातार कई फोन आते रहे हैं। यह यात्री व पर्यटक केदारनाथ अब और तब की परिस्थितियों के बारे में जानकारी चाहते हैं।

कर्नल अजय कोठियाल, प्रधानाचार्य, एनआईएम।