- इमरजेंसी में हेल्प प्रोवाइड कराती है डायल 112 हेल्पलाइन
- आईजी हेडक्वार्टर में 24 घंटे एक्टिव रहता है डायल 112

देहरादून (ब्यूरो): जिसके एवज में रोजाना करीब डेढ़ हजार कंप्लेन पर पुलिस कार्रवाई करती है। इमरजेंसी नंबर का बेहतर तरीके से एक्टिवेशन हो सके, इसके लिए दून में आईजी मुख्यालय पर बाकायदा कॉल सेंटर चौबीसों घंटे अपनी सेवाएं दे रहा है, जो पूरे 13 जिलों से हर वक्त जुड़ा रहता है।

सबसे पहले उत्तराखंड में शुरुआत
दावा है कि उत्तराखंड देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां इमरजेंसी फोन कॉल हेल्पलाइन 112 की अगस्त 2018 में शुरुआत हुई। जबकि, ऑफिशियली तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 2019 में इसकी शुरुआत की। उत्तराखंड पुलिस ने शुरुआत करने के बाद अपने इस इमरजेंसी नंबर के एक्टिवेशन के लिए पीछे मुड़कर नहीं देखा। यही वजह है कि दून से सभी 12 जिलों से हर रोज करीब 6 हजार फोन कॉल्स रिसीव हो रहे हैं। पुलिस इसको लेकर इमरजेंसी नंबर पर लोगों का विश्वास होना बड़ी वजह बता रही है।

फुलऑन एक्टिव मोड में हेल्पलाइन
बताया गया है कि 112 हेल्पलाइन के लिए पुलिस ने अपना तानाबाना भी फुलऑन एक्टिव किया हुआ है। इसके लिए पूरे प्रदेश में 450 गाडिय़ां एक्टिव मोड में हैं, जिनमें करीब 250 टू-व्हीलर और बाकी फोर व्हीलर शामिल हैं। फोन कॉल रिसीव होने के बाद राजधानी से लेकर जिले और संबंधी थाने-चौकी इंटरनल कनेक्टिविटी से कनेक्ट हो जाते हैं और उस प्रॉब्लम्स को शॉर्टआउट करने पर जुट जाते हैं। बताया गया है कि जैसी ही फोन रिसीव होते हैं। सबसे नजदीक पुलिस कर्मी अपने मोबाइल टैबलेट के बाद अपने सीनियर को रिपोर्ट सेंड करते हैं। जिसकी रिपोर्टिंग हेडक्वार्टर तक होती है।

112 पर एक नजर
-हर साल 75 से 80 हजार फोन कॉल होते हैं रिसीव।
-रोजाना करीब 6 हजार कॉल्स का एवरेज।
-112 इमरजेंसी नंबर की अगस्त 2018 में हुई थी शुरुआत।
-कोरोनाकाल में वरदान साबित हुआ ये इमरजेंसी सर्विस।
-दून में मौजूद मुख्य कॉल सेंटर 24 घंटे रहता है एक्टिव।
-दून स्थित कॉल सेंटर में करीब 90 कर्मचारी कार्यरत।

इस तरह की कॉल्स ज्यादा
-लड़ाई-झगड़ा
-एक्सीडेंट
-पारिवारिक
-आपदा संबंधी
-यात्रा संबंधी

फेक कॉल्स भी कम नहीं
दून स्थित कंट्रोल रूम के प्रभारी एएसपी सुनील नेगी के अनुसार हर रोज आने वाले फोन कॉल्स में कई बार फेक कॉल भी आ जाती हैं। इसको लेकर लोगों से अपील की जाती है कि सेवा का दुरुपयोग न करें। बताया कि ये इमरजेंसी नंबर बाकी इमरजेंसी नंबर्स से भी अटैच्ड किया गया है। जिससे संबंधित विभागों की जानकारी वहां तक पहुंच सके।

सम्मेलन में उत्साहवद्र्धन
एडीजी पुलिस दूरसंचार अमित सिन्हा की अध्यक्षता में फ्राइडे को स्टेट इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेंटर, डायल 112 कंट्रोल रूम दून में नियुक्त कार्मिकों का सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में डायल 112 योजना के सुचारू एक्टिवेशन व प्रभावी संचालन के संबंध में निर्देशित किया गया। इस दौरान कार्मिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए भी निर्देशित किया गया। कार्मिकों के उत्साहवर्धन के लिए चयनित उत्कृष्ट कार्मिक को पुरस्कृत किया गया।

इनको किया गया सम्मानित
-कॉल टेकर श्रेणी में माह अप्रैल के लिए महिला आरक्षी पूनम राना
-मई के लिए महिला आरक्षी मनीषा
-डिस्पैचर, एमडीटी यूजर श्रेणी में अपैल के लिए एसआई महेश कंडवाल
-डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन सेंटर दून व माह मई के लिए आरक्षी महेश चन्द्र
-पेट्रोल कार-2 पौड़ी गढ़वाल