-एमसीआई के नॉ‌र्म्स के चलते घट रहा है दून हॉस्पिटल में स्पेस

-लगभग सौ बिस्तरों की घटने जा रही है संख्या

-अभी तक 350 बिस्तर उपलब्ध हैं मरीजों के लिए

-नए-नए चैम्बर्स बनने से कम बची है बिस्तरों के लिए जगह

DEHRADUN: राजकीय देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल इनदिनों हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के फेर में फंसा हुआ है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से मेडिकल कॉलेज की मान्यता लेने के लिए चल रहीं तैयारियों के मद्देनजर युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। एमसीआई के नॉ‌र्म्स पूरे करने के चक्कर में दून हॉस्पिटल के अंदर मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा में कटौती होने जा रही है। भविष्य में साढ़े तीन सौ मरीजों के बजाय लगभग ढाई सौ मरीजों को ही यहां भर्ती कर इलाज किया जा सकेगा।

करीब सौ बिस्तरों की होगी कटौती

राजकीय दून हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। आरएस असवाल के अनुसार हॉस्पिटल के अंदर अभी तक साढ़े तीन सौ मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही थी। लेकिन, भविष्य में ऐसा संभव नहीं हो पाएगा। एमसीआई के नॉ‌र्म्स को पूरा करने के लिए काम किया जा रहा है। तमाम नए चैम्बर्स बनाए जाने का काम हो रहा है। जिसकी वजह से स्पेस की कमी होती जा रही है। इसी कमी के चलते हॉस्पिटल के अंदर तकरीबन सौ बिस्तर कम होने जा रहे हैं।

गर्मियों में होगी समस्या

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। आरएस असवाल के अनुसार हॉस्पिटल के अंदर उपलब्ध सौ बिस्तर पहले से ही कम पड़ रहे थे। मरीजों की संख्या को देखते हुए और अधिक बिस्तरों की आवश्यकता महसूस होती थी लेकिन, मेडिकल कॉलेज की एमसीआई से मान्यता के चलते मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा में कटौती से और भी समस्या खड़ी हो जाएगी। गर्मियों के दिनों में इलाज के लिए ज्यादा मरीज आते हैं। ऐसे में घटी सुविधा लोगों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बनेगी।

विशेष बॉक्स।

दून हॉस्पिटल एक नजर में

-ओपीडी में पहुंचने वाले मरीज करीब ख्000

-गर्मियों के दिनों में बढ़ जाती है यह संख्या करीब फ्भ्00

-अभी तक फ्भ्0 मरीजों को भर्ती कर इलाज की सुविधा

-बिस्तरों की संख्या घटकर रह जाएगी करीब ख्भ्0

वर्जन

मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए नॉ‌र्म्स पूरा किए जा रहे हैं। इसकी वजह से मौजूदा स्पेस का यूज चैम्बर्स आदि बनाने के लिए हो रहा है। नतीजा, मौजूदा उपलब्ध बिस्तरों की संख्या में लगभग सौ की कमी होने जा रही है।

डॉ। आरएस असवाल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक