राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन पद पर इस्तीफा मंजूर होने के बाद अटकलों का दौर हुआ शुरू।

-पूर्व आईएफएस अफसर विनोद फोनिया की काट के तौर पर आ रहा नाम सामने।

-कैबिनेट मंत्री राजेंद्र भंडारी कर रहे हैं वर्तमान में बदरीनाथ का प्रतिनिधित्व।

DEHRADUN: एक बार फिर से बदरीनाथ विधानसभा सीट पर पूर्व आईएफएस अफसर डा। आरबीएस रावत के नाम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म होने लगा है। मुख्य वजह ये मानी जा रही है कि राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन पद से उनके कुछ दिनों पहले दिए गए इस्तीफे को सरकार ने स्वीकार कर लिया है। हालांकि डा। आरबीएस रावत ऐसी किसी भी संभावना से इनकार कर रहे हैं।

विनोद फोनिया की भी है तैयारी

- दरअसल, बदरीनाथ सीट पर पूर्व आईएफएस अफसर विनोद फोनिया का नाम भी तेजी से उछल रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री केदार सिंह फोनिया के पुत्र विनोद फोनिया को उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। माना ये जा रहा है कि केदार सिंह फोनिया बीजेपी में वापसी इस शर्त के साथ कर सकते हैं, कि उनके पुत्र को टिकट दे दिया जाए। विनोद ने हाल ही में सरकारी सेवा से वीआरएस लिया है।

डा। आरबीएस रावत पर रहेंगी निगाहें

-बदरीनाथ सीट पर डा। आरबीएस रावत यदि चुनाव लड़ते हैं, तो समीकरणों को प्रभावित कर सकते हैं। जातीय हिसाब से एक तरफ वो जहां मौजूदा विधायक राजेंद्र भंडारी को नुकसान पहुंचाएंगे, वहीं पूर्व अफसर होने के नाते यदि विनोद फोनिया चुनाव लड़ते हैं, तो उनके वोट काट सकते हैं। हालांकि अभी तक जितनी बार भी डा। रावत के नाम की चर्चा चुनाव के संबंध में हुई है, उसमें गैर कांग्रेस और बीजेपी दलों का नाम ही सामने आया है। वैसे रक्षा मोर्चा के प्रति उनका ज्यादा झुकाव माना जाता है।

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-मेरा फिलहाल चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। मेरी कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियां हैं। अब मैं उन्हें निभाना चाहता हूं। हां ये जरूर है कि अपने क्षेत्र के विकास के लिए मुझ से जो बन पडे़गा, वो करूंगा। सामाजिक और बौद्धिक तौर पर अपना योगदान क्षेत्र को देने की कोशिश करूंगा।

-डा। आरबीएस रावत, पूर्व आईएफएस अफसर।