-नकरौंदा में जंगल क्षेत्र में जमकर हो रहा खनन

-वनकर्मियों की मिलीभगत से चल रहा गौरखधंधा

-खनन माफिया बंद कर देते हैं खाई, उसी रास्ते आते हैं हाथी

-लगातार किसानों की फसल उजाड़ रहे हाथी

rajneesh.kumar@inext.co.in

DEHRADUN: नकरौंदा के जंगल क्षेत्र में चल रहा अवैध खनन हाथियों का गुस्सा भड़का रहा है। जंगल में खनन की ट्रैक्टर ट्रॉलियों के शोर से हाथी किसानों के खेतों में घुस रहे हैं और उत्पात मचा रहे हैं। वहीं कुछ वनकर्मियों की मिलीभगत से अवैध खनन का गोरखधंधा खूब चल रहा है। किसान इसकी शिकायत वन विभाग से करते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हाे रही है।

माफिया खाई को कर देते हैं बंद

खनन करने वाले माफिया वन विभाग द्वारा सीमा पर हाथियों को रोकने के लिए खोदी गई खाई को बंद कर देते हैं। इसके बाद वह ट्रैक्टर ट्रॉलियों को लेकर खनन करने जंगल में चले जाते हैं। वहां से मिट्टी, पत्थर उठाए जा रहे हैं। जिस खाई को माफिया बंद करते हैं, उसी रास्ते हाथी जंगल से बाहर आबादी में आ जाते हैं और किसानों की फसलों को बर्बाद कर देते हैं।

सरकारी जमीन पर हो रहा खनन

सरकारी जमीन पर चल रहे खनन को लेकर वन विभाग की चुप्पी बड़े सवाल खडे़ कर रही है। ऐसे में माफिया बेरोकटोक जंगल से खनन करने में जुटे हैं। रोजाना दर्जनों टै्रक्टर ट्रॉली मिट्टी और पत्थर जंगल से निकाल लिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर वन विभाग के कर्मचारी इस पर लगाम लगाने को तैयार नहीं है।

ग्रामीणों में पनप रहा गुस्सा

लगातार बढ़ता खनन और हाथियों के उत्पात को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा पनप रहा है। किसान रेस्टी सिंह, लखवीर सिंह आदि ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर वनमंत्री वन विभाग को आदेश दे रहे हैं कि हाथियों को जंगल में रोकने के लिए खाई खोदी जाए, वहीं दूसरी ओर माफिया जंगल को उजाड़ने में लगे हुए हैं। वन अधिकारी तमाशा देखने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं। ग्रामीण इसे लेकर देहरादून में प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।

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पहले खाई खोदी गई थी, जिसे ग्रामीणों ने ही बंद करा दिया था। अब हाथी दूसरी ओर से भी आ रहे हैं। यदि खनन हो रहा है तो उसकी जांच की जाएगी और कड़ी कार्रवाई होगी।

--पीके पात्रो, डीएफओ, देहरादून