इलाज -लाइलाज
वारंटी खत्म हो जाने के बाद अब मशीनों की रिपेयरिंग का खर्चा बढ़ा
देहरादून। दून हॉस्पिटल की ज्यादातर मशीनें पुरानी हो चुकी हैं। ये मशीनें ठीक से काम नहीं कर पा रही हैं। इसका खामियाजा हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट के लिए पहुंचे पेशेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। हॉस्पिटल में कई मशीनें ऐसी भी हैं, जो बंद पड़ी हैं तो कई अब इस कंडीशन में पहुंच गई हैं जो कभी भी बंद हो सकती हैं। हॉस्पिटल में दो लिफ्ट हैं, जो खराब बंद पड़ी हुई हैं।
सीटी स्कैन मशीन ठप
दून हॉस्पिटल की 2003 से चल रही सीटी स्कैन मशीन एक साल से खराब है। एमआरआई की भी वांरटी डेट खत्म होने वाली है। 2007 में एमआरआई मशीन मंगवाई गई थी। अब तक कंपनी मशीन को रिपेयर करती थी, अब रिपेयरिंग का खर्चा बढ़ जाएगा।
ईको मशीन भी खराब
कार्डियो जांच के लिए महत्वपूर्ण ईको मशीन भी 2019 से खराब पड़ी है। हॉस्पिटल में कॉडियोलॉजिस्ट न होने के कारण इस मशीन को भी ठीक करवाने की भी जरूरत नहीं समझी गई। अब मशीन आईआईसीयू में जंग खा रही है।
नहीं चलती लिफ्ट
हॉस्पिटल में ऊपर की मंजिलों तक पहुंचने के लिए दो लिफ्ट हैं, लेकिन दोनों खराब हैं, जबकि ज्यादातर वार्ड ऊपर की मंजिलों में हैं। ऐसे में इन वार्डो तक मरीजों को पहुचाना किसी चुनौती से कम नहीं होता।
डिजिटल एक्स-रे खराब
दून हॉस्पिटल में एक एक्स-रे मशीन है और दूसरी डिजीटल एक्स-रे है। डिजिटल एक्स.रे मशीन 8 जनवरी से खराब है। इसके कारण पेशेंट्स को सामान्य एक्स रे मशीन में जांच करानी पड़ रही है। इसके रिजल्ट ठीक नहीं आते।
हॉस्पिटल सीटी स्कैन का ऑर्डर किया जा चुका हैं। बजट की कमी के कारण मशीन नहीं आ पा रही है। कई और भी मशीने बदले जाने की तैयारी है।
डॉ। केके टम्टा, एमएस दून हॉस्पिटल