- डीएवी में पुलिस ने पकड़े फर्जी वोटर आईडी कार्ड

- मामले की गोपनीय जांच में जुटी पुलिस

- कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

DEHRADUN: डीएवी कॉलेज में आखिर क्या नहीं होता। हंगामा, मारपीट, गुंडागर्दी तो आम है, लेकिन इस बार यहां स्टूडेंट यूनियन इलेक्शंस के दौरान फर्जी वोटर्स भी पकड़े गए। और तो और वोटर लिस्ट में भी फर्जीवाड़ा था, पुलिस ने इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा फर्जी आईडी कार्ड बरामद किए हैं। एसएसपी ने बताया कि जांच में जो नाम सामने आए हैं, उनपर कार्रवाई की जाएगी।

क्00 से ज्यादा फर्जी आइर्डी कार्ड

छात्रसंघ चुनावों में फर्जीवाड़ा न हो, इसके लिए कॉलेज प्रशासन भले ही कोई भी तकनीकि न अपना ले, छात्र संगठन इसका तोड़ निकाल ही लेते हैं। चुनाव आयोजकों ने फोटोमेट्रिक वोटर लिस्ट और बार कोड एडमिट कार्ड अनिवार्य तो किए, लेकिन जालसाजों ने हूबहू ऐसे ही कार्ड बनवाकर जमकर फर्जी वोट कराए। खुफिया सूत्रों की मानें तो डीएवी चुनावों के लिए अलग-अलग संगठनों द्वारा करीब क्00 से ज्यादा फर्जी आईडी कार्ड बनावाए गए थे। पुलिस अब इन डिजाइनरों की भी कुंडली खंगालने में जुट गई है, जो फर्जी आईडी कार्ड बनाने में संलिप्त रहे।

वोटर लिस्ट में भी गड़बड़ी

डीएवी कॉलेज में फर्जी वोटरों ने इस बार तो रिकॉर्ड ही तोड़ दिया, यहां ग‌र्ल्स के भी फर्जी आईडी कार्ड बनाए गए थे। पुलिस ने मामले को लेकर जब पूछताछ की तो संगठनों ने एक-दूसरे पर आरोप मढ़ने शुरू कर दिये। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो फर्जी वोटरों ने बताया कि पैसे देकर उन्हें फर्जी वोट देने के लिए दून लाया गया था। इतना ही नहीं फोटोमैट्रिक वोटर लिस्ट में भी अलग-अलग नाम से एक ही फोटो लगाई गई थी। इसके बाद कॉलेज प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध लगने लगी है।

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यह पूरा मामला बेहद गंभीर है, पुलिस को तहरीर मिलती है तो मुकदमा दर्ज कर कारवाई की जाएगी। फिलहाल गोपनीय जांच शुरू कर दी गई है।

डा। सदानंद दाते, एसएसपी देहरादून