-9 नवबंर से नेत्र अस्पताल में मिलेगी मॉड्यूलर फैसिलिटी

- आंखों का इलाज ही नहीं सामान्य बीमारियों का भी होगा इलाज

DEHRADUN: राजधानी के गांधी नेत्र हॉस्पिटल में जल्द ही आपको सारी सुविधाएं मिलेंगी। अस्पताल प्रबंधन की मानें तो हॉस्पिटल की ओटी मॉड्यूलर होगी। जो कि पहला सरकारी हॉस्पिटल होगा। जहां सारी नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर आंखों का इलाज किया जाएगा।

मॉड्यूलर ओटी में मिलेंगी सारी सुविधाएं

आई हॉस्पिटल का शुभारंभ भले ही ख् अक्टूबर को हो गया और ओपीडी में डॉक्टर्स ने देखना भी शुरू कर दिया हो पर अस्पताल प्रबंधन की मानें तो 9 नवंबर से अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं होगी। हॉस्पिटल की ओटी मॉड्यूलर होगी। जिसका प्लोर केमिकली ट्रिटेड होगा। इसमें आंखों को आराम देने वाले कलर यूज किए जा रहे हैं। साथ ही प्लोरिंग वॉल के साथ-साथ ऐसी प्लोरिंग का इस्तेमाल होगा, जिनसे संक्रमण का खतरा बिल्कुल नहीं होगा। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि सारे गैजेट आ गये हैं। जिसका काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।

जल्द मिलेंगे स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स

आई हॉस्पिटल सीएमएस डॉ। आरसी नागपाल हेड कर रहे हैं। जिनके साथ फिलहाल ब् डॉक्टर्स की टीम है जो ओपीडी का काम देख रहे हैं। डॉ। नागपाल की मानें तो 9 नवबंर से पहले हॉस्पिटल को सुपर स्पेशलिस्ट मिल जाएंगे। जो लेसर तकनीकि, काला मोतियाबिंद, रेटिना,बच्चों की आंखों की बीमारी के साथ साथ और भी गंभीर बीमारी का इलाज करेंगे। डॉ। नागपाल का कहना है कि आई हॉस्पिटल में फिलहाल 70 के करीब मरीज इलाज करवाने आ रहे हैं।

मेडिसन का काम भी शुरू

आई हॉस्पिटल में मेडिसन डिपार्टमेंट ने भी काम करना शुरू कर दिया है। दून अस्पताल के फिजीशियंस की आई हॉस्पिटल में अलग-अलग दिन तैनाती दी है। डॉ। एसडी जोशी- गुरुवार, डॉ। महावीर सिंह- शुक्रवार, डॉ। केसी पंत-शनिवार, डॉ। प्रवीण कुमार-सोमवार, डॉ। हरिश बसेरा-मंगलवार, डॉ। मुकेश सुन्द्रियाल- बुधवार को आई हॉस्पिटल में सामान्य मरीजों को देखेंगे।

अभी भी चल रहा निर्माण कार्य

गांधी नेत्र हॉस्पिटल की शुरुआत ख् अक्टूबर को कर दिया गया, लेकिन अभी भी हॉस्पिटल में निर्माण का कार्य चल रहा है। जिसको पूरा करने में अभी भी एक माह का वक्त लग सकता है। हॉस्पिटल के अंदर जहां ओटी का काम अभी पूरा होना है वहीं बाहर मेन गेट से लेकर पार्किंग के आसपास अभी निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि जल्दबाजी में सरकार ने हॉस्पिटल में ओपीडी क्यों शुरू की। जबकि अभी ओटी का काम अधूरा है। विपक्षी दलों का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक और स्वास्थ्य मंत्री ने चुनाव में राजनीतिक फायदा उठाने के लिए हॉस्पिटल का आनन फानन में शुभारम्भ किया।

आंकड़े

आई हॉस्पिटल में बेड---क्भ्भ्

वार्ड--

क् फ्लोर 9 बेड

ख् फ्लोर क्ब् बेड

सिंगल बेड- क्0

वर्जन--

अभी ओपीडी में मरीजों को देखा जा रहा है। हमारी कोशिश है कि आई हॉस्पिटल से कोई मरीज बिना इलाज ना लौटे। जल्द ही सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देंगे। 9 नवंबर से हॉस्पिटल में सारी चीजें सुचारू हो जाएंगी।

डॉ। आरसी नागपाल, सीएमएस