आई स्पेशल

-इंजीनियरिंग एक्सप‌र्ट्स के साथ मिलकर अध्ययन करेगी पुलिस

-2001 से अब तक दून में हादसों में जा चुकी है 2312 लोगों की जान

-राजधानी में लगातार बढ़ रहे हैं सड़क हादसे

DEHRADUN: देहरादून पुलिस इन दिनों राजधानी की सड़कों पर हो रहे हादसों पर रिसर्च कर रही है। राजधानी में दून ट्रैफिक पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद डेंजर जोन तय किए हैं। अब तक वो ख्9 एक्सीडेंटल डेंजर जोन तय कर चुकी है और अब इंजीनियरिंग एक्सप‌र्ट्स की मदद ले रही है ताकि दून में फैले सड़कों के जाल का गहनता से अध्ययन किया जा सके और हादसों पर लगाम लगाई जा सके। राजधानी में एक्सीडेंट के हिसाब से और डेंजर जोन तय हो सकें इसके लिए ट्रैफिक पुलिस इंजीनियरिंग एक्सप‌र्ट्स के साथ मिलकर काम करेगी। ट्रैफिक पुलिस नेशनल हाई-वे अथॉरिटी और पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियरिंग एक्सप‌र्ट्स की मदद से सड़कों पर अध्ययन करेगी। फिर तय किया जाएगा कि कहां और ट्रैफिक सिग्नल्स लगाए जाने हैं। इनमें ट्रैफिक सिग्नल्स, बो‌र्ड्स, लाइट्स और पुअर विजन लाइट्स शामिल हैं।

आई नेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा

राजधानी में आए दिन हो रहे सड़क हादसों और उनमें हो रही लोगों की मौैतों का मामला सबसे पहले आई नेक्स्ट ने उठाया था। आई नेक्स्ट ने ये सवाल भी किया था कि आखिर ट्रैफिक पुलिस राजधानी में डेंजर जोन तय क्यों नहीं करती, जिससे इन जोन्स में एक्सीडेंट को कंट्रोल किया जा सके।

नियम तोड़ने वालों पर निगाह

दून ट्रैफिक पुलिस लगातार ट्रैफिक तोड़ने वालों पर नजर रख रही है। खास तौर पर उसने जो ख्9 डेंजर जोन तय किए हैं वहां खास निगाह रखी जा रही है। खासकर युवाओं पर ज्यादा नजर रखी जा रही है। ड्रंक एंड ड्राइव के मामलों पर भी गहरी नजर रखी जा रही है।

हादसों पर एक नजर

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वर्जन

दून पुलिस द्वारा ख्9 इलाकों का चिन्हिकरण कर मुख्यालय को भेजा गया था। उम्मीद की जा रही है कि इस रिपोर्ट के आधार पर बाकी विभागों की मदद से एक्सीडेंटल जोन पर काम जल्द शुरू हो जाएगा।

धीरेंन्द्र गुंज्याल, एसपी ट्रैफिक देहरादून