- राजधानी में लगातार बढ़ रहे सूदखोरी के मामले
- एसएसपी ने सूदखोरों की गोपनीय जांच इंटेलिजेंस को सौंपी
DEHRADUN दून में बिना लाइसेंस के साहूकारी चलाने वालों को इंटेलिजेंस ने चिन्हित करना शुरू कर दिया है। दरअसल दून में सूदखोरी के हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पाया गया कि सूदखोर पहले तो ब्याज पर रकम जरूरतमंद को देते हैं, ब्याज सहित रकम लौटाने के बाद वे गिरवी रखे गए ब्लैंक चेक और जमीन के कागजातों से कर्ज लेने वालों को ब्लैकमेल किया गया। कैंट कोतवाली इलाके में पुलिस के पास ऐसे ही तीन मामले सामने आए हैं। महिलाओं ने इस बात की एसएसपी से शिकायत दर्ज कराई है। एसएसपी ने कैंट पुलिस और इंटेलिजेंस को मामले की पड़ताल करने के लिए जांच सौंप दी है।
इंटेलिजेंस ने शुरू की जांच
लगातार एक के बाद एक सूदखोरी और गबन के बढ़ते मामलों को देख इंटेलिजेंस ने राजधानी में अवैध रूप से साहूकारी चला रहे गिरोह की लिस्ट तैयार कर ली है। खुफिया सूत्रों के अनुसार देहराखास, कौलागढ़, प्रेमनगर में सबसे ज्यादा सूदखोरी के मामले सामने आ रहे हैं। शिकायतें मिली हैं कि सूदखोर कर्ज देने के लिए जरूरतमंद से घर और जमीन के कागज गिरवी रखवा लेते हैं। जरूरतमंद इनके चंगुल में फंसकर अपने जीवन की पूरी कमाई ही लुटा देते हैं। बताया जा रहा है कुछ सूदखोरों ने तो कई मकानों पर भी कब्जा कर लिया है।
केस-क्
ऐसे ही एक मामले में पीडि़त सपना थापा ने एसएसपी से बताया कि दो साल पहले उन्होंने इंद्र बहादुर क्षेत्री उर्फ राज क्षेत्री से फ्म् हजार रुपये लिये थे। उस वक्त राज क्षेत्री ने कर्ज अदायगी के समय वापस करने का आश्वासन देकर सपना थापा से भ् चेक लिये थे। दो साल में एक लाख चालीस हजार रुपये अदा करने के बाद भी राज क्षेत्री ने चेक नहीं लौटाये, बल्कि भ् लाख रुपये भरकर चेक बाउंस कर के झूठा मुकदमा दायर कर दिया। अब कोर्ट में वाद लंबित होने के बावजूद राज क्षेत्री द्वारा उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही हैं, जिसकी फोन रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है।
केस ख्-फ्
पूजा क्षेत्री और चंद्रा खत्री निवासी ठाकुपुर ने एसएसपी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि करीब तीन साल पहले इंन्द्र बहादुर छेत्री से उन्होने क् लाख ख्0 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे। छेत्री ने उन्हें क्0 परसेंट ब्याज की दर से पहली किश्त काटते हुए क् लाख 8 हजार रुपए दे दिए। करीब दो साल तक चंन्द्रा ब्याज के रूप में कुल मिलाकर 7 लाख रुपए दे चुकी है, लेकिन अब छेत्री उनके घर पर कब्जा करने की धमकी दे रहा है।
----------
मामले में गोपनीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस रिपोर्ट में बिना लाइसेंस के ब्याज देने वालों को चिन्हित किया जाएगा।
डा। सदानंद दाते, एसएसपी देहरादून
---------------------------
शहर में सूदखोरों का गिरोह लगातार सक्रिय होता जा रहा है। पुलिस को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
सजीव शर्मा, एडवोकेट जीएमएस रोड़
---------
पिछले कुछ समय से ही ऐसे मामले सामने हा रहे हैं। शहर में इस तरीके के मामले संगीन अपराध का रूप लेते जा रहे हैं।
भार्गव चंदोला, समाज सेवी
------
शहर के कुछ चुनिंदा इलाकों में ही ये गिरोह सक्रिय हैं। इन पर नकेल कसनी बेहद जरूरी है, ताकि बाकी लोग इनका शिकार होने से बचें।
सोनी कुमार, मोहकमपुर
-----------
ऐसे सूदखोरों पर साहूकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए, इससे बिना लाइसेंस सूदखोरी करने वालों पर लगाम लग पाएगी।
जयप्रकाश उपाध्याय, जाखन।