-इंटरनेशनल फ्लाइट्स की बिल्डिंग व चार पार्किंग का निर्माण शुरू

-हर साल एयरपोर्ट से 11 लाख तक पैसेंजर्स की होती है आवाजाही

-हर दिन 34 फ्लाइट्स की आवाजाही

DEHRADUN: सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो बस कुछ सालों के अंदर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट्स की शुरुआत हो जाएगी। फिलहाल एयरपोर्ट में चार इंटरनेशनल पार्किंग्स व बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि अगले दो-तीन सालों में जौलीग्रांट भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की श्रेणी में शामिल हाे जाएगा।

बिल्डिंग्स व पार्किंग्स एक्सटेंशन का कार्य शुरू

राज्य का जौलीग्रांट इस वक्त सबसे बड़े एयरपोर्ट की श्रेणी में शामिल है। लेकिन अब एयरपोर्ट को इंटरनेशनल की लाइन में शामिल करने की भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शुरुआत में इंटरनेशनल फ्लाइट्स के लिए बिल्डिंग एक्सटेंशन के निर्माण कार्य के अलावा चार इंटरनेशनल लेवल के ही पार्किंग्स का काम भी शुरू हो चुका है। फिलहाल एयरपोर्ट में करीब आठ पार्किंग्स मौजूद हैं। जिसमें चार बड़े व चार छोटे जहाजों को पार्क करने मे मदद ि1मलती है।

हर साल बढ़ रहे पैसेंजर्स

एयरपोर्ट अधिकारियों की मानें तो इंटरनेशनल फ्लाइट्स या पार्किंग के लिए सेपरेट स्तर पर सेपरेट विंग की जरूरत होती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के दिशा निर्देशों के अनुसार अब जौलीग्रांट में अलग से बिल्डिंग व पार्किंग का निर्माण कार्य चल रहा है। राज्य में टूरिज्म, चारधाम व कार्पोरेट सेक्टर में बढ़ रही संभावनाओं को देखते हुए हर साल पैसेंजर्स की तादाद में भी इजाफा हो रहा है। जहां पिछले साल करीब साढ़े नौ लाख यात्रियों की आवाजाही जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर रही है। वहीं इस वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा क्क् लाख तक पहुंच जाने का अनुमान है।

एक नजर

-जौलीग्रांट से आने वाली क्7 व जाने वाली क्7 फ्लाइट्स।

- हर रोज एक नॉन शिड्यूल्ड फ्लाइट्स व माह में फ्भ् तक।

-अकेले दिल्ली जाने वाली फ्लाइट्स की संख्या है क्0

-पिछले साल साढ़े नौ लाख पैसेंजर आए, इस साल क्क् लाख का लक्ष्य।

कई शहरों से सीधे कनेक्टिविटी

दून जौलीग्रांट एयरपोर्ट से श्रीनगर, बेंगलुरु, मुंबई, लखनऊ व दून-दिल्ली-हैदराबाद व चेन्नई जैसे शहरों से कनेक्टिविटी है। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा उत्तराखंड में जनरल पैसेंजर्स की संख्या देखने को मिल रही है। जिसमें चारधाम व पर्यटकों की आमद रिकॉर्ड की गई है।

नाइट लैंडिंग की भी तैयारी पूरी

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की भी पूरी तैयारी है। फिलहाल शाम साढ़े सात से रात साढ़े दस बजे तक खास मामलों में नाइट लैंडिंग होती रही है। हालांकि एएआई से एयरपोर्ट को लिए कोई स्पैसिफिक नाइट लैंडिंग का प्लान नहीं आया है। लेकिन एयरपोर्ट का कहना है कि वो इसके लिए तैयार हैं। इयर इंडिया की आखिरी फ्लाइट शाम साढ़े सात बजे दिल्ली के लिए निकलती है।