आईआईटी रुड़की से एक संदिग्ध युवक पुलिस की गिऱफत में

ग्राम कोटली थाना भादरवाह जिला डोडा जम्मू कश्मीर का रहने वाला है संदिग्ध

ROORKEE:आईआईटी रुड़की के विकासनगर कालोनी से एक संदिग्ध युवक को पकड़ा गया है.युवक कश्मीर के डोडा जिले का रहने वाला है.युवक की गतिविधियां संदिग्ध लग रही थी, जिस पर कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस को इसकी सूचना दी गई, सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। उससे पूछताछ की जा रही है।

कालोनी के गेट पर था संदिग्ध

शुक्रवार की सुबह आईआईटी के सुरक्षा कर्मी विकास नगर कालोनी में गश्त कर रहे थे, तभी कालोनी के गेट पर उन्हें एक संदिग्ध दिखाई दिया, जब उससे पूछताछ की गई तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया, उसकी भाषा भी कश्मीरी लग रही थी। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने इस बात की सूचना कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस को दी। सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को कोतवाली ले आई, यहां पर उससे पूछताछ की गई। संदिग्ध युवक के पकडे़ जाने की सूचना पाकर तमाम खुफिया एजेंसियां भी मौके पर पहुंच गई।

राजनैतिक दल का आईकार्ड बरामद

पूछताछ में युवक ने खुद को ग्राम कोटली थाना भादरवाह जिला डोडा जम्मू कश्मीर बताया। उसने बताया कि वह तीन दिन पहले लक्सर क्षेत्र के एक युवक के साथ रुड़की आया था, तब से उसका साथी तो मिला नहीं हैं, एक रात वह ढंडेरा रेलवे स्टेशन पर रहा, इसके बाद वह रुड़की आईआईटी में घूमने के लिये चला गया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र पाल सिंह भदौरिया ने बताया कि युवक के पास से एक राजनैतिक दल का आईकार्ड भी मिला है। उससे पूछताछ की जा रही है, कुछ मोबाइल नंबर भी मिले, जिन पर फोन कर युवक के बारे में जानकारी की गई है, युवक स्पष्ट रूप से यह नहीं बता रहा है कि किस मकसद से वह रुड़की आया था, लक्सर निवासी जिस युवक के साथ वह आया था, उसकी भी तलाश की जा रही है।

बढ़ाई गई आईआईटी में सुरक्षा

कश्मीर के रहने वाले एक संदिग्ध युवक को परिसर से पकडे़ जाने के बाद आईआईटी प्रशासन सतर्क हो गया है। सुरक्षा अधिकारी केपी सिंह ने बताया कि सभी गेट पर चौकसी बढ़ा दी गई है, इसके पूरे परिसर में सुरक्षा कर्मियों की गश्त भी तेज कर दी गई है। बिना किसी पहचान पत्र के किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।

अगले सप्ताह रक्षा मंत्री का कार्यक्रम

रुड़की आईआईटी में अगले सप्ताह रक्षा मंत्री मनेाहर पार्रिकर एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, इसके लिये तैयारियां शुरु हो गई है। ऐसे में संस्थान में अब और भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। आर्मी इंटेलीजेंस भी सक्रिय हो चली है।