- गंगा घाटों पर जलप्रवाह बढ़ाने की मांग पर संत किताबगिरी का तप चौथे दिन भी रहा जारी

- निगम के मेयर सहित कई भाजपाइयों ने सरकार पर साधा निशाना

HARIDWAR: जल विहीन घाटों पर गंगा की धारा लाने की मांग को लेकर संतों की तपस्या चौथे दिन भी जारी रही। तप कर रहे संतों को निगम के मेयर समेत कई भाजपाइयों ने अपना समर्थन दिया है। संतों ने कहा अगर प्रशासन द्वारा मांगें पूरी नहीं की जाती तो वे अपने प्राणों का बलिदान कर देंगे।

मांगें पूरी होने तक रहेगा आंदोलन जारी

गुरुवार को संतों की तपस्या चौथे दिन भूमानंद घाट पर जारी रही। संतों को समर्थन देते हुए मेयर मनोज गर्ग ने कहा कि चार दिन से तप तपस्या व अन्न त्यागकर एक संत आंदोलन पर है लेकिन जच्य सरकार व शासन प्रशासन मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज ने कहा कि संत बाहुल्य क्षेत्र की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। हजारों घाट जल की धारा के लिये तरस रहे हैं ऐसे में जच्य सरकार व केन्द्र सरकार संतों की मांगों को दरकिनार करने में लगी हुई हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक गंगा घाटों का समतलीकरण व गंगा के बीचोबीच बने रेत के टीले नहीं हटाये जाते तब तक संतों का धरना जारी रहेगा। इस मौके पर स्वामी प्रेमानंद, स्वामी सहजप्रकाश, स्वामी ऋषिरामकृष्ण, स्वामी केशवानंद, स्वामी पूर्णानंद गिरि, महंत साधनानंद, नागाबाबा भोला गिरि, महंत स्वरूप बिहारीशरण, स्वामी ललितानंद, स्वामी सुबोध बाबा, स्वामी श्याम भारती, स्वामी भागीरथ गिरि, स्वामी कंचन गिरि, स्वामी दया गिरि, स्वामी शांतिदास, साध्वी राज गिरि, आचार्य अनूप गौड़ आदि उपस्थित रहे।