-मिनी स्टेडियम व गांव की समस्याओं को लेकर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से मिलेंगे परिवार के सदस्य

-परिवारजनों का आरोप, 60 लाख की लागत से बनने वाले मिनी स्टेडियम को दूसरे गांव में कर दिया गया स्थानांतरित

DEHRADUN: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर आधारित फिल्म 'धोनी-अनटोल्ड स्टोरी' क्00 करोड़ की कमाई करने वाली फिल्मों की लाइन में खड़ी है। लेकिन उनके पैतृक गांव अल्मोड़ा जिले के ल्वाती में उनके नाम पर बनने वाला मिनी स्टेडियम अब तक नहीं बन पाया है। उनके परिवार के सदस्यों का आरोप है कि महेंद्र सिंह धोनी मिनी स्टेडियम को राजनीतिक कारणों से दूसरे गांव में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसको लेकर धोनी के परिजनों में खासी नाराजगी है। उनका कहना है कि अब वे दीपावली के बाद गांव की समस्याओं व मिनी स्टेडियम को लेकर धोनी से मिलेंगे।

गांव सड़क की भी है समस्या

क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का पैतृक गांव अल्मोड़ा जिले के ल्वाती गांव में स्थित है। जिला मुख्यालय से करीब म्0 किलोमीटर दूर स्थित ल्वाती गांव में लंबी मांग के बाद कुछ महीनों पहले महेंद्र सिंह धोनी नाम से करीब म्0 लाख रुपए की लागत से मिनी स्टेडियम की संस्तुति मिली थी। धोनी के गांव के लोग बन रहे मिनी स्टेडियम को लेकर काफी खुश थे। लेकिन आखिर में ल्वाती गांव में बनने वाले स्टेडियम को पास के ही दूसरे गांव में स्थानातंरित कर दिया गया है। महेंद्र सिंह धोनी के चचेरे भाई हयात सिंह धोनी ने आईनेक्स्ट से फोन पर बातचीत में बताया कि इसके पीछे सरासर राजनीति जिम्मेदार है। जबकि गांव में सड़क, पानी व बिजली की समस्या भी बनी हुई है। सबसे ज्यादा सड़क की समस्या से ग्रामीणों को दो-चार होना पड़ता है।

रांची मिलने जाएंगे परिवारजन

ग्राम प्रधान माधुरी देवी के पति नरेंद्र सिंह बिष्ट का भी कहना है कि धोनी के नाम पर स्वीकृत मिनी स्टेडियम को दूसरे गांव में स्थानांतरित कर दिया गया है। धोनी के गांव के ही बेंगलुरु में पढ़ाई करने वाले कन्हैया बिष्ट कहते हैं कि धोनी के पैतृक गांव में बच्चों के लिए खेलने तक का खेल का मैदान नहीं है। धोनी के चचेरे भाई हयात सिंह धोनी कहते हैं कि स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल, सीएम हरीश रावत तक से मिनी स्टेडियम बनाए जाने का अनुरोध किया गया था। हयात धोनी का कहना है कि अब धोनी के परिवार के सदस्य दीपावली के बाद क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से मिलने के लिए रांची जाने की तैयारी कर रहे हैं। जहां उनके सामने उनके गांव में मौजूद समस्याओं का जिक्र किया जाएगा। उनका कहना है कि महेंद्र सिंह धोनी करीब क्फ् पहले अपने ताऊ के बेटे के जनेऊ कार्यक्रम में पहुंचे थे।