राजधानी में सड़कों के लिए नहीं कोई मॉडल

गड्ढों से दूनाइट्स परेशान

DEHRADUN:

राजधानी के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहें हैं। सड़कों के हालात तो इतने खराब हैं कि एक बारिश से ही प्रशासन की पोल खुल जाती हैं। हर तरफ गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। जिनमें बारिश होते ही पानी भर जाता है। दून बासियों का मानना है कि शहर का कोई मॉडल ही नहीं है। जिस वजह से कोई कहीं भी गड्ढा खोद देता है। जिससे हर जगह गड्ढे खुले रहने से कभी भी दुघर्टना हो सकती है। जिनको भरना जरूरी है। इतना ही नहीं आईनेक्स्ट के रीडर्स ने इन सड़कों के हालातों को भी व्हाट्सएप से भेजकर समस्या को साझा भी किया है।

पब्लिक कोट--

शहर की सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे हैं। जिससे वाहनों की दुर्घटना होने का डर लगा रहता है। सबसे पहले इन गड्ढो को भरने की जरूरत है। साथ ही दून शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है। एक ही बारिश में पोल खुल जाती है। फ्लाईओवर बनाने से भी कोई फायदा नहीं है।

दक्ष रावत, कोलागढ़ रोड

जितने भी वीआईपी मूवमेंट वाले इलाके हैं। वहां के सड़कों के खस्ता हालात हैं। सड़कों के गड्ढे हमेशा से ही आने जाने वाले लोगों को मुश्किलों में डाल रहे हैं। कोई भी विभाग सुध नहीं ले रहा है। समझ में नहीं आता कब सिस्टम सुधरेगा।

पल्लवी भाटिया, रेस कोर्स

हर जगह सड़कों के हालात खराब हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है। हर तरफ गड्ढे ही गड्ढे हैं। एक बारिश से ही प्रशासन की पोल खुल जाती है। हर तरफ सड़कों पर पानी ही पानी भर जाता है। बारिश के बाद चलना मुश्किल हो जाता है।

करन कपूर कैनाल रोड

राजधानी का कोई मॉडल ही सरकार के पास नहीं है। अभी बिना मॉडल के ही प्रशासन काम कर रहा है। अव्यवस्थित मॉडल की वजह से कोई कुछ भी कर देता है। कहीं भी सड़कों के किनारे गड्ढे खोदकर छोड़ दिए जाते हैं।

स्वाती सिंह

मैं घंटाघर घूमने गया था। तो बारिश हो गई। जिसके बाद थोड़ी ही देर में पूरी सड़क पर पानी ही पानी हो गया। इतना ही नहीं थोड़ी देर में सड़कों पर सीवर का पानी आ गया। दून की सड़कों के हालात बहुत खराब है। एक ही बारिश से प्रशासन की पोल खुल जाती है।

प्रकाश लकचौरा नेहरू कॉलोनी