- हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने अनशन कर रहे संतों को दिया समर्थन

- राज्य सरकार पर लगाए संतों का अपमान करने का आरोप

HARIDWAR: हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि अगर दो दिन में गंगा घाटों में जल नहीं आया तो वह खुद ही संतों के साथ अनशन करेंगे। संतों को समर्थन देने पहुंचे हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि संतों का आदर किया जाता है, लेकिन राज्य सरकार संतों का अपमान कर रही है।

संतों ने ठुकराया सांसद का आग्रह

संडे को हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भूमानंद घाट पर संतों के अनशन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने संतों को अपना समर्थन दिया। निशंक ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज्य सरकार संतों का अपमान कर रही है। सांसद ने तत्काल ही मेलाधिकारी एसए मुरूगेशन व राजाजी नेशनल पार्क की डायरेक्टर नीना ग्रेवाल से दो दिन के भीतर हर हाल में केदारनाथ आपदा के बाद बह कर आए मलबे को हटाने का काम शुरू करने को कहा। इसके बाद सांसद ने अधिकारियों से वार्ता के बाद संतों से अनशन स्थगित करने का आग्रह किया, लेकिन अनशन पर बैठे स्वामी किताब गिरि, स्वामी आत्मानंद गिरि व स्वामी भैरव गिरि ने कहा कि जब तक गंगा को घाट पर लाने की प्रक्रिया आरंभ नहीं हो जाती, तब तक वह अनशन से नहीं उठेंगे।

इन्होंने दिया समर्थन

अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा ने भी संतों को समर्थन दिया। अध्यक्ष उज्ज्वल पंडित, विकास झा, सिद्धार्थ चक्रपाणि ने गंगा को अविरल बनाने में हरसंभव सहयोग देने को कहा। उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश जमदग्नि ने व्यापारियों की ओर से अनशन का समर्थन किया। इस दौरान जिला अस्पताल से पहुंचे डॉ। तजेंद्र ने महंत किताब गिरि का स्वास्थ्य परीक्षण किया।