DEHRADUN: फ्राइडे से शुरु हो रहे नवरात्र को लेकर माता के मंदिरों के साथ ही बाजार भी सज गए हैं। बाजारों में माता के श्रृंगार व पूजा का सामान खरीदने के लिए देर शाम तक लोगों की भीड़ रही। घरों में मातारानी के पूजन को लेकर कलश स्थापना करने के लए लोगों ने बाजारों से खरीदारी की। इसलिए देर शाम तक पलटन बाजार, झंडा बाजार, करनपुर बाजार में पूजन सामग्री खरीदने वालों की भीड़ रही।

ऐसे की जाती है नवरात्र में पूजा

- नवरात्र में पूजन के लिए श्रेष्ठ व शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की जाती है। इससे पहले लकड़ी की चौकी या पाटे पर माता का चित्र स्थापित करें।

- इसके लिए चौकी के आधे भाग में लाल और शेष आधे में सफेद वस्त्र बिछाएं। एक सुपारी को मोली से लपेटें और गणपति के रूप में स्थापित करें। फिर थोड़े से चावल लें।

- सफेद वस्त्र पर चावल से 9 छोटे ढेर बनाएं। ये 9 ग्रहों के प्रतीक हैं। इसी प्रकार लाल कपड़े पर गेहूं से क्म् ढेर बनाएं। ये षोडश मातृका हैं।

- इन सबके साथ माता का नित्य पूजन किया जाता है।

- नवरात्र का उपवास करें तो रोज एक समय ही भोजन करें। भोजन में प्याज, लहसुन आदि पदार्थो का इस्तेमाल न करें। समापन दिवस पर मां को हलवा, चना आदि का भोग लगाएं और 9 कन्याओं का विधिवत पूजन कर उन्हें भोजन कराएं।