- रेलवे स्टेशन व आईएसबीटी पर नहीं हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
- कभी भी भारी पड़ सकती है सुरक्षा को लेकर अनदेखी
DEHRADUN: दून रेलवे स्टेशन या फिर बस अड्डे में आप खड़े हैं तो अपनी और अपने सामान की सुरक्षा आपको खुद करनी होगी। वजह, इन दोनों स्थानों पर सुरक्षा के मामूली इंतजाम भी नहीं हैं। कभी भी कोई संदिग्ध यहां किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब इन दोनों स्थानों की पड़ताल की तो सुरक्षा के इंतजाम नदारद दिखे।
रेलवे स्टेशन
सबसे पहले हमने जायजा लिया रेलवे स्टेशन का, यहां रेलवे स्टेशन के गेट से लेकर ट्रेनों में दाखिल होने तक कोई चेकिंग होती नहीं दिखाई दी। कहीं कोई सुरक्षा गार्ड किसी से पूछताछ करते नहीं मिला न ही प्लेटफॉर्म्स पर कोई सुरक्षा के इंतजाम दिखे।
किसी प्लेटफॉर्म पर नहीं सुरक्षा
दून रेलवे स्टेशन से रोजाना क्म् ट्रेनें रवाना होती हैं, इसके अलावा यहां से भ् साप्ताहिक ट्रेनें भी रवाना होती हैं। रोजाना हजारों मुसाफिरों का दून रेलवे स्टेशन पर आना-जाना होता है। ऐसे में यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने जरूरी हैं लेकिन यहां के किसी भी प्लेटफॉर्म पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं।
अाईएसबीटी
सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो आईएसबीटी भी असुरक्षित है। यहां पर पुलिस चौकी जरूर खोली गई है, लेकिन यहां बस अड्डे के गेट से लेकर अंदर तक कोई सुरक्षा कर्मी नहीं मिला। बस अड्डे में हालांकि क्क् सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इतने बड़े बस अड्डे की निगरानी महज क्क् कैमरे कैसे करेंगे, यह भी एक बड़ा सवाल है।
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रेलवे स्टेशन की सुरक्षा
- रेलवे स्टेशन गेट पर सुरक्षाकर्मी नहीं तैनात।
- स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे हैं खराब।
- मेटल डिटेक्टर भी बताया जा रहा खराब।
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आईएसबीटी की सुरक्षा
- प्रवेश द्वार पर बेरोकटोक आइए और जाइए।
- पर्याप्त संख्या में नहीं लगे हैं सीसीटीवी कैमरे।
- पूरे स्टेशन परिसर में लगे हैं मात्र क्क् सीसीटीवी कैमरे।
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- दून रेलवे स्टेशन से रोजाना लाखों मुसाफिरों का आना-जाना होता है, लेकिन यहां सुरक्षा के इंतजाम न होना कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। कभी भी यहां कोई अनहोनी हो सकती है।
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- आईएसबीटी से कई स्टेट्स के लिए बसें रवाना होती हैं, कई प्रदेशों से यहां लोग पहुंचते हैं। कभी भी कोई संदिग्ध यहां दाखिल हो सकता है। सुरक्षा के मुद्दे पर संजीदगी बरती जानी चाहिए।
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- दून रेलवे स्टेशन पर कोई रोक-टोक नहीं है। आप कभी भी आइए-जाइए, कोई कुछ पूछताछ नहीं करता। रेलवे स्टेशन को सुरक्षित नहीं कहा जा सकता, कम से कम सुरक्षा के बुनियादी इंतजाम तो यहां किए ही जाने चाहिए।
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- बस अड्डे पर खानापूर्ति के लिए पुलिस चौकी खोल दी गई है। यहां कोई सुरक्षाकर्मी मुस्तैद नहीं दिखाई देता। परिवहन निगम की ओर से भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं, ये स्थिति गंभीर है।
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कुछ समय से यहां पर मेटल डिटेक्टर खराब चल रहा है। सीसीटीवी कैमरे स्टेशन परिसर में जल्द ही लगा दिए जाएंगे। इसके लिए बजट स्वीकृत हो चुका है। स्टेशन पर ख्ब् घंटे रेलवे पुलिस तैनात रहती है।
अनूप सिंह, इंस्पेक्टर, सीआरएफ।
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बस अड्डा परिसर पर हमारे द्वारा क्क् कैमरे लगाए गए हैं। प्लेटफॉर्म्स की निगरानी भी सीसीटीवी कैमरों के जरिए हो रही है। हमारे पास एक बॉडी स्कैनर भी है जिससे आने-जाने वालों की तलाशी ली जाती है।
बीएस नेगी, प्रोजेक्ट मैनेजर, रैमकी कंपनी।