दून मेडिकल कॉलेज में एमसीआई के निरीक्षण को देखते हुए लिया फैसला

काली पट्टी बांध कर काम करने का लिया निर्णय

DEHRADUN: प्रदेश की नर्सो ने क्भ् मार्च से हड़ताल पर जाने से अपने कदम पीछे खींच लिए हैं। दून एवं दून महिला अस्पताल (अब मेडिकल कॉलेज) में एमसीआई के निरीक्षण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का बदला मिजाज भी हड़ताल से कदम खींचने का एक कारण है। हालांकि नर्सो से विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर काम करने का निर्णय लिया है।

जंतर-मंतर पर दे रहीं हैं नर्से धरना

सातवें वेतन आयोग ने नर्सो के कुछ पदों के ग्रेड घटाकर उन्हें डिमोट कर दिया गया है। इसमें असिस्टेंट नर्सिग सुपरिटेंडेंट के पीबी-फ् श्रृंखला को पीबी-ख् में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही कई भत्तों को भी समाप्त किया गया है। जबकि एचआरए भी काफी कम कर दिया है। यूनिफार्म और धुलाई भत्ता खत्म कर उसे ड्रेस भत्ता में बदल दिया है। उसमें कोई भी बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। ऐसे में देशभर से नर्से जंतर-मंतर पर धरना दे रही हैं। इसी के समर्थन में प्रदेश में भी नर्सो ने क्भ् मार्च से हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था। जिसे लेकर उत्तराखंड नर्सेज एसोसिएशन की सोमवार को प्रांतीय अध्यक्ष अंजना भौमिक की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। एसोसिएशन की प्रवक्ता लक्ष्मी पुनेठा ने बताया कि दून मेडिकल कॉलेज में एमसीआई के निरीक्षण और पर्वतीय क्षेत्रों में खराब मौसम के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए हड़ताल स्थगित कर दी गई है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उसी मुताबिक आगे की रणनीति तय की जाएगी।