- कल से प्रदेश के राजकीय शिक्षक हड़ताल पर

- 980 स्कूलों के बच्चे पहले ही झेल रहे आंदोलन का दर्द

- 16 से जूनियर हाईस्कूल शिक्षकों का भी शुरू होगा आंदोलन

- अगले कुछ दिन सरकारी स्कूलों में छाने वाला है सन्नाटा

DEHRADUN: प्रदेश भर में एक बार फिर सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स की पढ़ाई चौपट होने वाली है। शिक्षकों ने फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। सेशन की शुरूआत से ही स्टूडेंट्स आंदोलन का दंश झेल रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर आंदोलन के चलते स्टूडेंट्स की पढ़ाई राम भरोसे रहेगी।

सोमवार से स्कूलों में होगा सन्नाटा

प्रदेश के राजकीय माध्यमिक स्कूलों में सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए सन्नाटा पसर जाएगा। बीआरपी-सीआरपी के पदों पर जल्द नियुक्ति किए जाने समेत ख्0 सूत्रीय मांगों का समाधान नहीं होने से नाराज प्रदेश भर के शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर धरना प्रदर्शन करेंगे और मुख्यमंत्री व शासन को ज्ञापन प्रेषित करेंगे। इसके बाद भी कार्रवाई न होने पर आंदोलन को उग्र किया जाएगा। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने बताया कि शिक्षकों की मांगों के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री की ओर से लिखित आश्वासन और घोषणाएं की गई, लेकिन सरकार का रवैया शिक्षक विरोधी है। ऐसे में आंदोलन के दौरान स्कूलों में शिक्षण समेत तमाम गतिविधियां बंद रहेंगी।

आंदोलन के तीसरे चरण की ओर प्राथमिक शिक्षक

राजकीय प्राथमिक स्कूलों में भी फ्क् अगस्त से जिलावार शिक्षकों का आंदोलन जारी है। अभी पौड़ी और अल्मोड़ा में एक-एक दिन का अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन होना बाकी है। उत्तराखंड राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान ने बताया कि वेतन विसंगति, सीआरसी, बीआरसी के पदों को यथावत रखे जाने, कोटीकरण विसंगति दूर किए जाने समेत क्7 सूत्रीय मांगों के समाधान को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। दूसरे चरण के जिला स्तर के आंदोलन के बाद क्9 सितंबर को शिक्षा निदेशालय पर प्रदर्शन किया जाएगा और इसके बाद ख्0 जून को परेड ग्राउंड से प्रदेशभर के शिक्षक सचिवालय कूच करेंगे।

क्म् सितंबर को जूनियर हाईस्कूल रहेंगे बंद

प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौहान ने बताया कि संघ लंबे समय से शिक्षा में त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू किए जाने सहित ख्क् सूत्रीय मांगों पर सरकार शिक्षकों को मूर्ख बना रही है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के आंदोलन के तहत समस्त शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर क्म् सितंबर को जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद ख्ख् सितंबर को प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

980 स्कूल पहले ही झेल रहे परेशानी

प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त 980 स्कूलों के बच्चे शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार का दर्द झेल रहे हैं। यहां पिछले कई हफ्तों से कर्मचारी संशोधित ग्रेड पे की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। उत्तरांचल माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ के प्रदेश महामंत्री संजय गर्ग ने कहा कि फिलहाल कर्मचारी एकजुट होकर शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे हैं। अगर मांगों को लेकर कर्मचारी संतुष्ट नहीं हुए तो शीघ्र ही आंदोलन को उग्र किया जाएगा।