महिला हेल्पलाइन में एक साल में पहुंचे 2000 से ज्यादा केस

- काउंसलिंग के बाद भी नहीं बचाना चाहते पति-पत्नी का रिश्ता
- हर उम्र के कपल पहुंच रहे सुनवाई के लिए महिला हेल्पलाइन

देहरादून, 19 जुलाई (ब्यूरो)।
कहते हैं शक का कोई इलाज नहीं होता, ये साबित भी हो रहा है। मामूली शक पर सात जन्मों तक साथ निभाने वाले दिल के रिश्ते टूट जा रहे हैैं। महिला हेल्पलाइन में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। हेल्पलाइन की ओर से काउंसलिंग के बावजूद भी कई कपल्स पति-पत्नी का रिश्ता बचाना नहीं चाहते। महिला हेल्पलाइन में आने वाले अधिकांश मामले भी शक के कारण रिश्तों में अनबन के हैैं। हेल्पलाइन की ओर से कुछ मामलों में समझौता करा दिया जाता है, लेकिन कुछ रिश्तों में शक इस कदर हावी रहता है कि वे रिश्ते बचाने में हेल्पलाइन भी हेल्पलेस हो जाती है।


केस 1
किसी से बात करते देखा, हो गया शक
मुज्जफरनगर निवासी एक युवक की शादी दून निवासी युवती से इसी वर्ष मई में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद पति ने पत्नी को किसी से फोन पर बात करते सुना। जिसके बाद पति ने पत्नी को घर से निकाल दिया। मामला महिला हेल्पलाइन तक पहुंचा। चार बार कांउसलिंग के बाद भी पति ने पत्नी के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया। शक था कि पत्नी का किसी ओर के साथ रिश्ता है। मामला थाने के लिए रेफर हुआ।

केस 2
शादी के सवा 6 साल बाद रिश्ते में दरार
बिजनौर निवासी एक दंपति की शादी के सवा 6 साल बाद झगड़ा महिला हेल्पलाइन तक पहुंचा। पत्नी को पति पर शक था कि उसके किसी अन्य महिला के साथ रिश्ता है। इसके चलते महिला का पति के साथ बार-बार झगड़ा भी होने लगा। जिसके बाद महिला ने आरोप लगाया कि उसका पति उसे खर्च के लिए पैसे भी नहीं देता जिसके कारण अक्सर लड़ाई भी बढ़ जाती है। वह मामले को हल करना चाहती है।

केस 3
पहले प्यार, फिर शादी, फिर शक
दो साल पहले सहानपुर निवासी एक युवक दून के एक मौहल्ले में एक दुकान चलाता था। इस दौरान मौहल्ले की एक लड़की से उसे प्यार हो गया। दोनों ने शादी भी कर ली। लेकिन, कुछ समय बाद दोनों के बीच विवाद बढऩे लगा। लड़की को शक था उसके पति का कई लड़कियों के साथ संबध रहा है, जिसके कारण वे दोनों साथ नहीं रह पा रहे। कई बार कांउसलिंग के लिए पहुंचे। लेकिन, जब मामला नहीं सुलझा तो थाने के लिए रेफर किया गया।

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इस तरह के मामले भी
हरिद्वार निवासी 17 वर्षीय युवक को 21 वर्षीय युवती से प्यार हुआ। शादी भी हुई लेकिन दो साल बाद ही युवक ने घर में पैसे देने बंद कर दिए। जिसके बाद अक्सर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। धीरे-धीरे मामला मारपीट तक बढ़ गया। युवती पति का घर छोड़कर दून लौट आई और महिला हेल्पलाइन में कंप्लने कर दी।

छोटी-छोटी बातों से रिश्ते में दरार
मेट्रीमोनियल साइट के जरिए अहमदाबाद निवासी एक युवक की शादी 2017 को दून निवासी युवती से हुई। शादी के कुछ समय बाद ही पति-पत्नी के बीच क्लेश बढऩे लगे। कभी बड़े भाई के गुटखा खाने, कभी जेब खर्च न देने, कभी खाना अच्छा न बनने पर बाहर खाना खाने और कभी दोस्तों के बीच पत्नी का मजाक बनाने तक की बात पर झगड़ा होने लगा। जिसके बाद मामला हेल्पलाइन तक पहुंचा।

रिश्तों में दरार के ये कारण
- घर खर्च के लिए पैसे न देने की शिकायत।
- पति के भाई-बहन, माता-पिता पर सामान छीनने का आरोप।
- पति का घर वक्त पर न पहुंचना, दूसरी लड़कियों के साथ घूमने का शक।
- विवाद होने पर पति द्वारा हाथ उठाना।
- बच्चों की जिम्मेदारी न लेना।


तीन साल में दर्ज हुए मामले
मामले - 2020 - 2021 - 2022
कुल रजिस्टर्ड - 1170 - 2099- 1993
समझौते - 284 - 506 - 622
थाने में पहुंचे - 264 - 247 - 271
पैरवी के बाद बंद - 225 - 161 - 188
खुद ही किए क्लोज - 986 - 1184 - 912

इन मामलों में शिकायत
मामले - 2020 - 2021 - 2022
दहेज प्रकरण - 22 - 41 - 94
पारिवारिक विवाद- 1600- 2043 - 1888
अवैध संबध - 11 - 07 - 05
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