- गंगा घाटों पर जलप्रवाह बढ़ाने की है मांग

- प्रशासन के रुख पर जताई नाराजगी

HARIDWAR: गंगा घाटों में जलप्रवाह बढ़ाने को लेकर संत किताब गिरी की तपस्या जारी है। संतो ने कहा कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक गंगा घाटों पर पर्याप्त जलप्रवाह नहीं होता।

घाटों पर पानी का टोटा, श्रद्धालु गायब

बुधवार को भी संत की तपस्या भूमानंद घाट में जारी रहीं। अखिल भारतीय अखाड़ा संत समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज ने कहा कि गंगा घाटों की दुर्दशा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि संत बाहुल्य क्षेत्र के घाटों पर जलप्रवाह कम होने के चलते श्रद्धालुओं का टोटा है। घाट सुनसान पड़े रहते हैं। समिति के मुख्य निदेशक स्वामी प्रेमानंद महाराज ने कहा कि तीन दिन से अन्न त्यागकर एक संत जल विहिन घाटों को लेकर शासन प्रशासन को जगाने का काम कर रहा हैं, लेकिन खेद का विषय है कि अब तक प्रशासन ने इसकी सुध तक नहीं ली है। समिति के महामंत्री विनोद महाराज ने कहा कि संतों की यह मांग तब तक जारी रहेगी जब तक जल विहिन घाटों पर गंगा की धारा नहीं पहुंच जाती। इस अवसर पर स्वामी केशवानंद, नागाबाबा भोलागिरि, स्वामी कृष्ण गिरि, महंत रामगिरि, महंत साधनानंद, स्वामी पूर्णानंद गिरि, पहलवान बाबा, श्रीमहंत अराधना गिरि, स्वामी श्यामभारती, स्वामी भागीरथ गिरि, स्वामी राज गिरि, स्वामी कंचन गिरि, स्वामी शांतिदास, साध्वी रतन देवी, श्रीमहंत राधा गिरि, साध्वी राज गिरि, आदि उपस्थित थे।