-शिवानंद का 12वें और आत्मबोधानंद का 25वें दिन भी रहा जारी

-प्रशासन के तीन दिन का समय और दिए जाने के प्रस्ताव को ठुकराया

HARIDWAR: कुंभ क्षेत्र के विस्तार की मांग को लेकर स्वामी शिवानंद का तप का बाहरवें एवं आत्मबोधानंद का तप पच्चीसवें दिन भी जारी रहा। आश्वासन के बाद भी मांग पूरी नहीं होने पर मातृसदन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने जल का त्याग कर दिया है। शुक्रवार को प्रशासन द्वारा तीन दिन का समय और दिए जाने के प्रस्ताव को उन्होंने ठुकरा दिया।

आश्वासन के बाद भी जारी नहीं हुआ शासनादेश

भोगपुर लक्सर को कुंभ मेला क्षेत्र में शामिल किए जाने की मांग को लेकर स्वामी शिवानंद सरस्वती एवं उनके शिष्य आत्मबोधानंद का तप जारी है। 7 मार्च को प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार करने पर स्वामी शिवानंद सरस्वती ने जल ग्रहण कर लिया था। उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर ग्यारह मार्च से जल त्यागने की चेतावनी दी थी। आठ, नौ व दस मार्च बीत जाने के बाद भी मांग से संबंधित शासनादेश जारी नहीं हो सका।

शिवानंद ने जताई हत्या की आशंका

जिस पर शुक्रवार की सुबह पूजा अर्चना के बाद सुबह पांच बजे से उन्होंने जल का त्याग कर दिया। सुबह जिलाधिकारी हरबंस चुघ के निर्देश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने फोन पर स्वामी शिवानंद सरस्वती से वार्ता कर तीन दिन का समय और मांगा, लेकिन लिखित में पत्र न आने पर स्वामी शिवानंद सरस्वती ने मांग को ठुकरा दिया। स्वामी शिवानंद सरस्वती ने हत्या की आशंका भी जताई है। उन्होंने दावा किया उनकी हत्या के लिए दस करोड़ की सुपारी दी गई है। उधर, पूर्वाह्न ग्यारह बजे मेला प्रशासन के निर्देश पर चिकित्सकों की टीम ने आत्मबोधानंद के स्वास्थ्य की जांच की है।