-खनन पर शुरू हुई बहस राष्ट्रवाद की तरफ मुड़ गई

-सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच जमकर हुई नारेबाजी

-विपक्ष ने लगाए भारत माता की जय के नारे

देहरादून,

उत्तराखंड विधानसभा में गुरुवार को खूब हो हल्ला मचा। राष्ट्रद्रोह और देशप्रेम पर बहस छिड़ गई। पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर लाल पीले हो गए। कन्हैया और अफजल गुरु पर भी बहसक छिड़ गई। ओवैसी को लेकर भी हंगामा मचा। विपक्षी सदस्यों ने सत्ता पक्ष पर कई आरोप लगाए और भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। ये सब तब हुआ जब सदन में खनन को लेकर बहस छिड़ी।

बहस हो गई आउट ऑफ ट्रैक

सदन में अवैध खनन को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में बहस चल रही थी। अचानक पक्ष-विपक्ष के कुछ सदस्यों ने एक दूसरे की पार्टियों पर आरोप प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए और बहस की दिशा ही मोड़ दी। इसी बीच सदन में राष्ट्रद्रोह और राष्ट्रप्रेम के मामले गूंजने लगे। इस बीच जेएनयू, कन्हैया, अफजल गुरु और औवेसी को लेकर हो हल्ला मच गया। इसी बीच बीजेपी विधायकों ने पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का जिक्र भी आया।

भड़क गए पक्ष-विपक्ष

विपक्ष ने कन्हैया की आड़ में राहुल गांधी पर वार किए तो सीएम ने भी गोडसे का मुद्दा छेड़ दिया। सीएम ने विपक्ष को चुनौती तक दे डाली कि वे ऐसे 100 नेताओं के नाम बता दें, जो आतंकवादियों का निशाना बने। जवाब विपक्ष भी भड़क गया और नेता प्रतिपक्ष ने सीएम हरीश रावत पर विपक्ष को डराने, धमकाने के आरोप लगा दिए।

कहां से कहां चली गई बहस

भाजपा विधायक मदन कौशिक ने राज्य में बढ़ते खनन के मामले पर सरकार को घेरना शुरू किया तो नेता प्रतिपक्ष ने खनन से राजस्व वसूली के आंकड़े बताने शुरू कर दिए। सरकार पर माफिया से सांठगांठ का आरोप लगाए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा विधायकों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। बहस तब राष्ट्रवाद पर मुड़ गई जब अजय भट्ट ने कन्हैया का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस देशद्रोहियों का साथ देती है। इस पर सीएम ने नाथू राम गोडसे का जिक्र कर दिया तो विपक्ष और भड़क गया। सीएम ने कहा कांग्रेस वंदेमारतम् में विश्वास करती है। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने भारत माता की जय के साथ नारेबाजी शुरु कर दी। हंगामे के बीच स्पीकर ने सदन को कुछ देर के लिए स्थगित कर दिया।