-भोजनावकाश के बाद नियम 310 के तहत चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ा रहा विपक्ष

-विपक्षी विधायक वेल में आकर सरकार के खिलाफ करने लगे नारेबाजी

दो बार स्थगित हुई कार्यवाही

DEHRADUN: भाजपा का विधानसभा घेराव का मामला सदन में जमकर गूंजा। भाजपा ने आरोप लगाया कि विधानसभा घेराव के दौरान सरकार के इशारे पर भाजपा नेताओं को पीटा गया, उनके पीछे घोड़े दौड़ाए गए और अमानवीय व्यवहार किया गया। भाजपा विधायक इस मामले को नियम फ्क्0 चर्चा की मांग करते हुए वेल में आ गए। इस दौरान सदन की कार्यवाही बाधित रही।

दो बार स्थगित हुआ सदन

भोजनावकाश के बाद जैसे ही चार बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई और स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने आसन ग्रहण किया। वैसे ही विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा घेराव के दौरान भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हुई मारपीट और कार्यकर्ताओं पर घोड़े दौड़ाए जाने को लेकर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग शुरू कर दी। विपक्ष की कमान संभाल रहे भाजपा विधायक मदन कौशिक ने कहा कि भाजपा नेता, कार्यकर्ता और आम लोग शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध कर रहे थे। लेकिन सरकार के इशारे पर उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ अमानवीय व्यवहार किया गया। इसके बाद सभी विपक्षी सदस्य अपनी-अपनी सीटों में खड़े हो गए और वेल में आ गए।

वेल में आकर की नारेबाजी

जैसे ही साढ़े चार बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई, फिर से भाजपा सदस्य नियम फ्क्0 के तहत चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ गए। विपक्षी सदस्य लाठी-गोली की सरकार, नहीं चलेगी-नहीं चलेगी की नारेबाजी करने लगे। वहीं स्पीकर विधायक मदन कौशिक से सदन व्यवस्थित करने का आग्रह करते रहे, लेकिन विपक्ष नहीं माना। बजट पर शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, विधायक रेखा आर्य भाषण देते रहे। लेकिन विपक्ष के शोर शराबे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने बजट पर धन्यवाद प्रस्ताव जारी रहने की घोषणा करते हुए मंगलवार सुबह क्क् बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।