- गुर्जर परिवारों के बुनियादी विकास के लिए बनाया था 23 करोड़ का प्लान
- अस्पताल, सड़क, स्कूल के निर्माण कार्य नहीं हो पाए शुरू
- 20 करोड़ की रकम नहीं हुई रिलीज, शासन में लटका मामला
HARIDWAR: वन गुर्जरों के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई योजनाएं फाइलों में उलझकर रह गई हैं। इन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए वन विभाग शासन स्तर पर लंबित बीस करोड़ की धनराशि रिलीज होने का इंतजार कर रहा है।
क्भ्7 परिवारों को मिलना था लाभ
ख्0क्फ् में राज्य सरकार ने श्यामपुर के ग्राम संभलगढ़ में निवास कर रहे वन गुर्जरों के क्भ्7 परिवारों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए योजना तैयार की थी। योजना के तहत तेईस करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया था। इस धनराशि से अस्पताल, चारागाह, सड़कें, शौचालय, हैंडपंप आदि कार्य होना था। कार्यों को शुरू करने के लिए पहले किस्त के रूप में वित्तीय वर्ष ख्0क्फ्-ख्0क्ब् को डेढ़ करोड़ का बजट जारी हुआ था। इस धनराशि से सभी परिवारों के लिए प्लॉ¨टग, साफ-सफाई होनी थी।
अब बजट की उम्मीद कम
वित्तीय वर्ष ख्0क्ब्-ख्0क्भ् में दूसरी किस्त के रूप में डेढ़ करोड़ जारी हुए थे। इससे हैंडपंप, सड़कें आदि के कार्य शुरू हुए थे। इससे गुर्जर परिवारों को विकास की उम्मीद जुटी थी, लेकिन वित्तीय वर्ष ख्0क्भ्-ख्0क्म् में बाकी बची हुई धनराशि जो करीब बीस करोड़ थी, जारी नहीं की गई है। इस संबंध में वन विभाग ने शासन को पत्राचार किया, लेकिन जवाब नहीं मिला है। अब वित्तीय वर्ष समाप्ति को है, लेकिन बजट जारी होने की उम्मीद न के बराबर है। फिर भी वन विभाग बजट जारी होने की आस लगाए है।
क्या क्या काम होने थे
- एक सरकारी अस्पताल
- एक सरकारी विद्यालय
- दो चारागाह
- सभी घरों में शौचालय
- सभी घरों में हैंडपंप
- एक किलोमीटर की सड़क
वन गुर्जर बस्ती में विकास कार्यों के लिए मात्र तीन करोड़ ही बजट मिल सका, जबकि बीस करोड़ का बजट बाकी है, इस कारण कार्य लटके पड़े हैं। उम्मीद है बजट जल्द ही जारी होगा।
संतराम, एसडीओ, वन विभाग