-51 लाख कैश रखने वाले डीटीओ के ठिकानों पर निगरानी का छापा

-कंकड़बाग आरएमएस कॉलोनी में डीटओ रजनीश के 3 फ्लैट

-रुपए गिनने के लिए निगरानी ब्यूरो को मंगानी पड़ी मशीन

PATNA: मुजफ्फरपुर और सारण का जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) रजनीश लाल निगरानी ब्यूरो की जांच में काली कमाई का कुबेर निकला। पद का दुरुपयोग करते हुए उसने अकूत संपत्ति बनाई। निगरानी ब्यूरो ने गुरुवार को डीटीओ के पटना, मुजफ्फरपुर के ठिकानों पर छापेमारी की। उसके खिलाफ वैध स्रोत के अलावा 1.24 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित करने का आरोप लगा है।

घर में रखा था 51 लाख

निगरानी ब्यूरो की टीम ने गुरुवार सुबह ही एक साथ पटना और मुजफ्फरपुर स्थित डीटीओ के आवास पर छापेमारी शुरू की। इस दौरान पटना स्थित घर से 51 लाख रुपए से अधिक कैश, 60 लाख रुपए ज्वेलरी के साथ जमीन, बैंक और एलआईसी में निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए। डीटीओ के मुजफ्फरपुर के दाउदपुर कोठी स्थित आवास से निगरानी ब्यूरो की टीम ने 37 हजार रुपये बरामद किए हैं। रुपये बैग में रखे हुए थे।

अलग-अलग बनी थी टीम

जानकारी के अुनसार, निगरानी ब्यूरो रजनीश लाल पर काफी दिनों से नजर रखे हुए थी। निगरानी की टीम डीटीओ द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में सबूत जुटा रही थी। डीटीओ के खिलाफ कई अहम सबूत मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो ने छापेमारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई।

पटना में तीन फ्लैट

कंकड़बाग आरएमएस कालोनी में डीटओ के तीन फ्लैट है। निगरानी ब्यूरो ने आधिकारिक तौर पर बताया कि तीनों फ्लैट कंकड़बाग की आरएमएस कॉलोनी में हैं। इनमें से दो सुमन कश्यप अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर 106, 604 और आशा डबल डायमंड अपार्टमेंट में एक फ्लैट है।

मशीन से गिने गए नोट

छापेमारी के दौरान डीटीओ के कंकड़बाग स्थित फ्लैट से निगरानी ब्यूरो की टीम को भारी संख्या में नोट मिले। इनमें से अधिकांश पांच-पांच सौ रुपए की गड्डियां थी। नोटों की संख्या अधिक होने की वजह से निगरानी ब्यूरो को नोट गिनने वाली मशीन मंगानी पड़ी। गिनती के बाद कुल 51 लाख रुपए के नोट होने का पता चला।

छिपाते थे अवैध संपत्ति

निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार, डीटीओ रजनीश लाल सरकार को जब अपनी संपत्ति का वार्षिक ब्योरा देते थे तो उसमें अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति की कोई जानकारी नहीं होती थी। निगरानी ब्यूरो ने दावा किया है कि जांच और दस्तावेजों की पड़ताल में डीटीओ के पास और अधिक संपत्ति होने की संभावना है। बता दें कि नौ मार्च, 1999 में सेवा में आने के बाद से अब तक रजनीश लाल ने आय से अधिक 1.24 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की है।

22 जून को दर्ज हुआ था केस

निगरानी ब्यूरो ने छापामारी करने पहले 22 जून को रजनीश लाल के खिलाफ 1,24,52,147 रुपए से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया था। उसके बाद ब्यूरो की अलग-अलग टीम ने पटना और मुजफ्फरपुर में एक साथ डीटीओ के ठिकानों पर धावा बोला।