पटना (ब्यूरो)। इस साल करवा चौथ का व्रत एक नवंबर 2023 को रखा जाएगा करवा चौथ की तैयारी में सुहागिन महिला जुटी हुई है.इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। और पति प्रेम दर्शाती है .पूरे विधि विधान से पूजा करती है । वहीं करवा चौथ की रौनक शहर के बाजारों में दिख रही है। बाजारों में ककरवा चौथ के लिए करवो की तरह तरह वेवरेटी बाजार मिल रही है, मिट्टी से लेकर सोना चांदी का करवा भी खूब डिमांड में है।

चांदी सोने के गुजराती लखनवी डिजाइन के करवे पहली पसंद

बाजार में इस बार चांदी के लखनवी करवे सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। इनकी कीमत 8 से 50 हजार रुपये तक है। इनका मुख्य आकर्षण इनपर हुई खुबसूरत डिज़ाइन है। सोने के करवे अमूमन 1 लाख से ऊपर के हैं हालांकि सोने की पानी चढ़ाई हुई करवा भी मिल रही है.हालांकि पिछले साल के मुताबिक इस साल ज्यादा डिमांड दिख रही हैैं।

डिमांड पर भी करवा का खुमार

शुभम कुमार ने यह बताया की डिमांड पर भी करवा लाया गया है, इस बार चांदी के करवा का ज्यादा बिक्री हो रहा है। खास तौर पर सास अपनी बहू को करवा चौथ पर करवा भेंट करती है। बाजार में चांदी और सोने के करवों से जगमगा रहा है। कुल खास तलाशने वालों के लिए सोने का करवा बाजार में इस बार 3 लाख 22 हजार तक का है.उस पर बीकानेरी नक्काशी देखते ही बन रही है.इसके अलावाा तोहफों में डायमंड रिंग से लेकर पेंडेंट तक पसंद किए जा रहे हैं।

रंग-बिरंगे मिट्टी का करवा खूब भा रहा
करवा चौथ के दिन पूजा में मिट्टी के करवे का प्रयोग करना चाहिए। चाहे चांदी का हो करवा या सोने का ,लेकन मिट्टी का करवा होना अनिवार्य होता है.मिट्टी के करवा में पांच तत्व होते हैं, जैसे कि जल, मिट्टी, अग्नि, आकाश, वायु। इससे शुभ माना जाता है, हालांकि अब पीतल के करवा भी महिलाएं पसंद करने लगी है.इसके बाद भी मिट्टी का करवा महिलाओं को रखना अनिवार्य होता है। करवा चौथ का पर्व करीब आने के साथ ही बाजार में मिट्टी के विभिन्न आकार व रंग-बिरंगे करवे नजर आने लगे हैं.मिट्टïी के बर्तन बनाने वाले शंकर देव भाई ने बताया कि अलग-अलग साइज के करवा तैयार करने में 30 रुपए की लागत आती है। छोटा करवा 15रुपए तो उससे बड़े व रंग एवं डिजाइन के अनुसार 80 रुपए तक का बिक रहा है।

करवा का उपयोग
करवा चौथ की पूजा करवा के बिना अधूरा माना जाता है। करवा मिट्टी का बना एक मटका नुमा होता है हालांकि मार्केट में सोने चांदी पीतल के भी करवे मिलते हैं। मान्यता है कि करवे को मां देवी का प्रतीक मानकर पूजा की जाती है। जिससे महिलाएं अर्घ्य देती हैं । करवा में रक्षा सूत्र बांधकर, हल्दी और आटे के मिश्रण से एक स्वस्तिक बनाया जाता है।

ब्यूटी चौधरी कुमारी बैंक में काम करती है, यह साल इनका पहला करवा चौथ है,ब्यूटी चौधरी ने बताया कि इस साल वह काफी एक्साइटेड हैं उन्हें करवा चौथ करना बहुत पसंद है .करवा चौथ वह 18 की थी तब से ही करती आ रही हैं। और इस साल वह अपने पति गौतम के साथ करवा चौथ करेंगीे। एक तरफ काम और दूसरी तरफ आस्था और पति के लिए प्रेम लंबी आयु की कामना करने जा रही है इस बार सब कुछ उनके लिए नया है

नए कपल्स का पहला करवा चौथ

अपने पति की लंबी आयु सुख समृद्धि के लिए पत्नियां करवा चौथ का व्रत रखती है, इस व्रत को हर महिलाएं अपनी तरफ से यादगार बनाना चाहती है.करवा चौथ की तैयारी में डूबी राधा कुमारी बताती है। कि वह वर्किंग वुमन है। अपने पति राजेश के साथ वह दिल्ली में रहती थी .और अब पटना में अपने ससुराल सासू मां के साथ करवा चौथ धूमधाम से बनाने के लिए आए हैं। सोलह सिंगार के साथ अपने पति की लंबी आयु और सुहागन बनी रहे.इस कामना के साथ वह करवा चौथ उत्सव की तरह मानती है। मुस्कान कुमारी और दिनेश्वर प्रसाद बताते हैं कि उनकी शादी लव मैरिज हुई थी। और पहली बार करवा चौथ कर रहें है। पिछले साल किसी वजह से करवा चौथ नहीं कर पाए हालांकि पति और पत्नी दोनों करवा चौथ का व्रत रखें पति का मानना है की पत्नी की लंबी आयु भी मुझे चाहिए इसलिए अपनी पत्नी के लिए सब कुछ जायज है।