PATNA: पहाड़ी पर स्थित पुलिया को तोड़ने पहुंचे प्रशासनिक अफसरों, पुलिस बल और टास्क फोर्स की टीम को उस समय बैरंग लौटना पड़ा जब स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि जान दे देंगे लेकिन पुल टूटने नहीं देंगे। हंगामा हो ही रहा था कि मेयर भी पहुंच गई। नतीजा यह हुआ कि कुछ बिंदुओं पर विचार करने के बाद प्रशासन की टीम खाली हाथ लौटने पर मजबूर होना पड़ा.मालूम हो कि डिवीजनल कमिश्नर आनंद किशोर की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में पुलिया को तोड़ने का निर्णय लिया गया था।

लाव लश्कर के साथ पहुंची टीम

जानकारी के मुताबिक नगर निगम सिटी अंचल के ईओ अजय कुमार, कार्यपालक अभियंता अविनाश कुमार सिंह, कार्यपालक दंडाधिकारी उमेश कुमार सिंह, सीएसआई, निगम के टास्क फोर्स की टीम और पुलिस बल बुलडोजर लेकर पहाड़ी स्थित पुलिया को तोड़ने को पहुंचे थे। लाव-लश्कर को देख काउंसलर किसमती देवी, बलराम मंडल आदि के नेतृत्व में जुटी भीड़ ने विरोध करना शुरू कर दिया। फिर मेयर के पहुंचने पर वार्ता हुई।

इस बिंदु पर बनी सहमति

-पहला कि भारी बारिश होने की स्थिति में यह पुल पानी के बहाव में बाधक है। इस कारण इसे तोड़ कर बांस-बल्ला का अस्थायी पुल बना दिया जाए। इससे लोगों का आना-जाना हो सकेगा। दोपहिया वाहन भी आ-जा सकेगा।

-दूसरा यह कि मेयर को बताया गया कि नगर विकास विभाग ने आरसीसी पुल बनाने के लिए स्वीकृति दे दी है। जल्द ही स्टीमेट बनाकर टेंडर के लिए भेजा जाएगा। टेंडर पास होते ही फ्-ब् माह में पुल बन कर तैयार हो जाएगा। इसके बाद अस्थायी पुल को हटा दिया जाएगा। वैसे इस ओर आने-जाने के लिए दो-तीन वैकल्पिक मार्ग होने की बात अभियंता और प्रशासनिक अफसरों ने कही। अंतत: विरोध और सहमति के बाद लोग शांत हो गए और प्रशासन की टीम भी लौट गई।

नगर विकास विभाग से आरसीसी पुल बनाने की स्वीकृति मिली है। बुधवार तक टेंडर हो जाने की संभावना है। फिलहाल अस्थायी पुल बना लोगों को राहत देने का काम किया जाएगा।

अविनाश कुमार सिंह

ईई, सिटी अंचल, नगर निगम