-बस में मनचलों ने की छेड़खानी

-साकची से डिमना जा रही मिनी बस

-हाथी-घोड़ा मंदिर के पास लगाई छलांग

JAMSHEDPUR: साकची से डिमना जा रही मिनी बस सुपर स्टार में दो स्कूली छात्राओं के साथ तीन मनचलों ने छेड़खानी की कोशिश की। बस भरी हुई थी, लेकिन किसी ने भी छात्राओं का साथ नहीं दिया। लिहाजा अपनी अस्मत बचाने के लिए दोनों छात्राओं ने बस से छलांग लगा दी। इससे दोनों छात्राओं को गंभीर चोटें आईं हैं। दोनों को इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटना शनिवार की दोपहर डेढ़ बजे की है। स्कूल में छुट्टी होने के बाद दोनों छात्राएं घर जा रही थीं। एक नौ और दूसरी छात्रा दसवीं क्लास की है। दोनों साकची स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती हैं।

किसी ने नहीं सुनी आवाज

साकची स्थित स्कूल के क्0वी कक्षा की छात्रा सिमरन (काल्पनिक नाम) और रिंकी (काल्पनिक नाम) स्कूल से घर लौट रही थीं। बस में सवार होते ही तीन मनचले फबतियां कसने लगे। इसकी शिकायत दोनों छात्राओं ने बस कंडक्टर से की, लेकिन कंडक्टर ने दोनों की बातों को अनसुना कर दिया। मनचले छात्राओं को परेशान करते रहे। इसके बाद छात्राओं ने ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा। लेकिन ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। इसलिए छात्राओं ने साकची स्थित हाथी-घोड़ा मंदिर के पास चलती बस से छलांग लगा दी।

कैसे हुई घटना

दोपहर एक बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद रोजाना की तरह घर आने के लिए दोनों सहेलियों के साथ साकची बस स्टैंड से मानगो के लिए सुपर स्टार बस पर सवार हुईं। बस की केबिन में पहले से ही सवार तीन मनचलों ने छात्राओं के साथ छेड़खानी शुरू कर दी। छात्राओं ने विरोध किया, लेकिन विरोध करने के बाद भी तीनो मनचलों ने और भी ज्यादा बदसलूकी शुरू कर दी।

और चिल्लाने लगी छात्राएं

मनचलों की हरकतों से परेशान छात्राओं ने ड्राइवर से बस रोकने के लिए कहा, लेकिन बस स्टाप ने उनकी एक न सुनी। इसके बाद छात्राएं बस रोकोबस रोकोचिल्लाने लगीं। फिर भी ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। इसके बाद छात्राओं ने साकची स्थित हाथी-घोड़ा मंदिर के पास चलती बस से छलांग लगा दी। सबसे पहले सिमरन (काल्पनिक) ने जान की परवाह किये बिना बस से छलांग लगाई। इसके बाद उसकी सहेली रिंकी ने भी बस में छलांग लगा दी। पैसेंजर्स के शोर मचाने के बाद ड्राइवर ने बस रोकी, लेकिन थोड़ी ही देर बाद गाड़ी आगे बढ़ा दी।

बेखौफ रहे मनचले

चलती बस से छेड़खानी के विरोध में कूद जाने के बाद भी बस में सवार मनचले बेखौफ बैठे रहे। बस में बैठी एक स्कूली छात्रा के अलावा किसी अन्य किसी पैसेंजर्स ने छात्राओं की मदद नहीं की। बस के ड्राइवर, कंडक्टर व खलासी किसी ने भी तीनों मनचले लड़कों को उतार कर पुलिस के हवाले करने के बजाय उन्हें बस में ही बैठे रहने दिया। छात्राओं को रोड पर पड़े देख टाटा स्टील फायर ब्रिगेड कर्मी अरविंदो घोष ने एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचाया।

तेज आवाज में बज रहा था गाना

सुपर स्टार मिनी बस में सफर कर रहे गुरुनानक स्कूल के 9वीं कक्षा के छात्र दीपक ने बताया कि बस में तेज आवाज में म्यूजिक बज रहा था। बस स्टैंड से बस खुलते ही ड्राइवर ने म्यूजिक शुरू कर दी थी।

बस ऑनर पर एफआइआर

छात्राओं की मां के बयान पर साकची थाना में बस ओनर के खिलाफ मामला दर्ज काया गया है। बस को जब्त कर लिया गया है। मिनी बस संचालक ड्राइवर, खलासी और कंडक्टर को कायदे में रहने की हिदायदत दी गई है। फिलहाल बस ओनर और स्टाप्स फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।