छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: लौहनगरी में कूड़ेदान नहीं होने और कचरों की नियमित सफाई नहीं होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सच्चाई जानने के लिए शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के विभिन्न इलाकों का जायजा लिया तो हकीकत सामने आई। टीम को कहीं कहीं कूड़े के डिब्बे गायब मिले तो कहीं डिब्बे भरे मिले। जिससे मार्ग से निकलने वाले लोगों को दिक्कत हो रही है। शहर में कंपनी एरिया हो अन्य एरिया हर जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।

बदबू से लोगों का बुरा हाल

मानगो गोलचक्कर व मून सिटी में सड़क किनारे कूड़ा एकत्र होने से रास्ते से निकलने वाले लोग बदबू से परेशान हैं। सड़कों, गलियों और नालियों की नियमित सफाई नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। गंदगी से जहां लोगों को दिक्कत है वहीं संक्रामक बीमारियों को डर भी का खतरा भी मंडराने लगा है। लोगों द्वारा आय दिन संबंधित अधिकारियों से शिकायत के बाद भी जुस्को, जेएनएससी, एमएनएसी और जुगसलाई नगरपालिका के अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे है। शहर के ज्यादातर नन कंपनी एरिया में ब्लीचिंग का छिड़काव नहीं हो रहा है। दवाओं का छिड़काव नहीं होने से मच्छर पनपने लगे हैं। इससे मलेरिया जैसी बीमारी के फैलने का खतरा भी बढ़ने लगा है।

कहीं टूटे मिले कूड़ेदान

शहर में कई ऐसी जगह भी जहां कूड़ेदान टूटे मिले। जहां पर लोग नीचे ही कूड़ा फेंक रहे है। अभी तक दूसरा कूड़ादान न लगा होने से किनारे का कूड़ा सड़क पर फैल रहा है। भुइयांडीह, ओल्ड केबल, टाउन, सीतारामडेरा, बिरसानगर, केबल बस्ती, रिफ्यूजी कॉलोनी, ईस्ट बंगाल कॉलोनी, गुरुद्वारा बस्ती सहित अधिकांश नन-कंपनी एरिया के लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं। शहर के कुछ इलाकों को छोड़ कर नियमित कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। हफ्तों तक कचरा जमा रहने से लोगों को दिक्कत हो रही है।

इन इलाकों में फैली है गंदगी

-रिफ्यूजी कॉलोनी नाला के पास

-ईस्ट बंगाली कॉलोनी, सीतारामडेरा

-सीतारामडेरा सेंटर

-डीएस फ्लैट गोलमुरी

-गाढ़ाबासा नाला के पास

-स्लैग रोड

-गुरुद्वारा बस्ती, साकची

-आमबगान मैदान, साकची

-बिरसानगर

-ओल्ड केबल टाउन

- केबल बस्ती

-केबल बस्ती ग्राउंड

-जोम्को

-मनीफीट

भुइयांडीह में ज्यादातर कूड़ेदान की स्थित बेहद जर्जर है। प्लास्टिक से बने ज्यादातर कूड़ेदान टूटे हुए हैं। इससे लोग कूड़ा सड़क पर फेंक देते हैं। ऐसे में पूरी सड़क पर कूड़ा फैल जाता है। इस पर जल्द से जल्द प्रशासन को कदम उठाना चाहिए।

-अंकित सिंह, भुइयांडीह

जहां डस्टबिन की जरूरत है। वहां डस्टबिन नहीं लगाया जाता है। इस कारण लोग जहां-तहां कचरा डंप कर देते हैं। इस एरिया में मच्छरों की भरमार हो गई है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से ब्लीचिंग और डीडीटी का छिड़काव किया जाना चाहिए।

-बीकेसिंह, कदमा

कूड़ेदान में कचरा भर जाने के कारण वह सड़ने लगता है। कई बार शिकायत के बाद भी सफाई कर्मी नहीं आते हैं। इससे पूरे इलाके में बदबू फैलती है। ऐसे में घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो रहा है।

-सुमित कुमार, साकची

जहां-जहां पर भी डिब्बे टूट गए हैं, उन्हें बदला जाएगा। अगर कोई डिब्बों को क्षतिग्रस्त करते या चोरी करते हुए पकड़ा गया तो उस पर 10 हजार रुपए जुर्माना वसूला जाएगा।

-संजय कुमार पांडेय, स्पेशल ऑफिसर, जेएनएसी