RANCHI:सदर अस्पताल में अब सिकल सेल एनीमिया, हीमोफिलिया और थैलीसिमिया के मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा। इसके लिए डे केयर सेंटर की सेवा बहाल की जाएगी, जहां मरीज को दिन में ही इलाज करके अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। एक सप्ताह में इसकी सेवा मिलनी शुरू हो जाएगी। मरीजों के इलाज को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। पांच बेड की व्यवस्था की गई है, जिसकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। इस डे केयर सेंटर में तीनों तरह के रोगियों का उपचार किया जाएगा। इनके लिए दवाओं की सुविधा की उपलब्ध कराई जाएगी।

लैब की फैसिलिटी

रोगियों की जांच के लिए अस्पताल में लैब की सुविधा मुहैया कराई गई है। बस अब इंतजार अस्पताल में मरीजों को इसकी सेवा शुरू कराने की है। एक दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने डे केयर सेंटर की व्यवस्था का जायजा लिया था, जो खामियां हैं उसे तत्काल दूर करने का कहा।

फैमिली प्लानिंग काउंसलिंग शुरू

हेल्थ डिपार्टमेंट की प्रिंसिपल सेक्रेटरी निधि खरे के आदेश के बाद सदर हास्पिटल में महिलाओं की काउंसेलिंग शुरू हो गई है। इसके तहत इलाज के लिए हास्पिटल में आने वाली महिलाओं की काउंसेलिंग की जा रही है। साथ ही उन्हें बताया जा रहा है कि पापुलेशन कंट्रोल के लिए फैमिली प्लानिंग कितना जरूरी है। इतना ही नहीं, महिलाओं को काउंसेलर यह भी बता रही है कि कैसे वह दो बच्चों के बीच गैप रख सकती हैं। डीएस डॉ। एके झा ने बताया कि काउंसेलर को ओपीडी से लेकर इनडोर तक हर मरीज की काउंसेलिंग करनी है। इसके साथ ही उनसे फीडबैक भी लेना है।

वार्ड में घूम-घूमकर दे रही जानकारी

काउंसेलर को इनडोर में जाकर महिलाओं को जागरूक करने को कहा गया है। चूंकि ओपीडी में आने वाली महिलाएं तो काउंसेलिंग डेस्क होकर ही जाएंगी। लेकिन वार्ड में एडमिट महिलाओं को उनके पास जाकर फैमिली प्लानिंग के बारे में बता रही हैं। इस दौरान उन्हें समझाने के बाद फीड बैक भी लिया जा रहा है। इसके अलावा काउंसेलिंग के बाद उनकी पूरी डिटेल भी अपडेट की जा रही है।