सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ़ ने कहा है कि 1971 की भारत-पाकिस्तान लड़ाई के बाद से ये पहला मौक़ा है जब पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इतने व्यापक स्तर पर भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की है.


हाल के दिनों भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ा है और दोनों ही देश एक दूसरे पर संघर्षविराम के उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं.बीएसएफ़ के महानिदेशक डीके पाठक ने कहा, “1971 के युद्ध के बाद ये पहला मौक़ा है जब पाकिस्तानी सेना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इतने बड़े पैमाने पर युद्ध विराम का उल्लंघन कर रही है, यहां तक जम्मू कश्मीर में असैन्य इलाकों को भी निशाना बना रही है.”वे मंगलवार को जम्मू में बीएसएफ़ के मीरान साहिब मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.डीके पाठक ने ये भी कहा कि बीएसएफ़ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना को प्रभावी तरीके से जवाब दे रहा है.उन्होंने कहा, “हम उन्हें उपयुक्त जवाब दे रहे हैं और ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी प्रतिक्रिया में उस तरफ़ के असैन्य इलाके न आ पाएं.”
बीएसएफ़ के महानिदेशक ने आगे बताया कि सीमा पार 25-30 लॉन्चिंग पैड हैं जहां हथियारबंद चरमपंथी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए इंतज़ार कर रहे हैं.डीके पाठक ने बताया, “ये लॉन्चिंग पैड स्कूलों, समुदाय भवनों और जंगलों में स्थित हैं.”जम्मू क्षेत्र में 210 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू, सांबा और कठुआ ज़िलों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल पर है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh