मोदी सरकार के आते ही आम जनता ने जो देश की तस्‍वीर सोची है अब उसकी झलक दिखाने की बारी पीएम नरेंद्र मोदी की है. हालांकि मोदी का आम बजट जिस तरह से पेश हुआ है उसको लेकर आम जनमानस ने कुछ तो रहात ली होगी.


15 अगस्त के भाषण की तैयारी15 अगस्त को मोदी लालकिले पर अपनी जो स्पीच देने वाले हैं, उसको काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसी के चलते मोदी का पूरा सरकारी अमला मोदी के भाषण्ा तैयार करने में जुटा है. इस कोशिश की मुख्य वजह यह है कि 15 अगस्त को जब पीएम लालकिले से देश को संबोधित करें तो उनके पास अपनी नई योजनाओं के बारे में ठोस रूप में कहने के लिये कुछ हो. कैबिनेट सचिव अजित सेठ ने सभी मंत्रालयों और विभागों को सभी अहम मामलों में 10 अगस्त से पहले कदम बढ़ाने को कहा है ताकि स्वतंत्रता दिवस पर पीएम के भाषण की तैयारी की जा सके. गौरतलब है कि 26 मई को पीएम पद की शपथ लेने के बाद मोदी का यह देश के नाम पहला प्रमुख संबोधन होगा. जल्दी करें फाइनल टच
एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि,'हमारा इरादा यह है कि कदम जल्द से जल्द बढ़ाये जायें. ज्यादातर बजट घोषणाओं को फाइनल टच दिया जा रहा है ताकि उन पर अमल 10 अगस्त से पहले शुरू हो जाये'. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 10 जुलाई को बजट पेश किया था. बजट घोषणाओं को लागू करने के कदमों में आमतौर पर तब तेजी आती है, जब अगला बजट पेश करने का वक्त करीब आ जाये और वित्त मंत्रालय का बजट डिवीजन हालात की समीक्षा करे. हालांकि इस बार निर्देश बिल्कुल साफ है, फाइलें दबाकर न बैठें और निर्णय हो जाये तो उसे तुरंत लागू करें. इंश्योरेंस में FDI की शुरूआतइंश्योरेंस सेक्टर में विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव मंजूर कर कैबिनेट ने इसकी शुरूआत कर दी है. रक्षा और रेलवे सेक्टर से जुड़े फैसले भी जल्द होने की उम्मीद है. बजट घोषणाओं पर काम कर रहे वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा,'सरकारी गलियारे में इस वक्त जल्द कदम उठाने पर जोर है'. उन्होंने उम्मीद जताई कि सब कुछ समय से कर लिया जायेगा. डिसइनवेस्टमेंट डिपार्टमेंट एसेट-सेल का कैलेंडर बना रहा है. इस बीच, इसने ओएनजीसी और एनएचपीसी में सरकारी हिस्सा बेचने का भी ऐलान कर दिया गया है. सरकार ने सरकारी कंपनियों में अपना हिस्सा बेचकर 58,000 करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखा है.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari