- 35 सौ रुपए में खरीदा ब्लड फिर भी नहीं बची महिला की जान

- ब्लड देने में ब्लड बैंक के स्टाफ ने लगाए दो घंटे

- नर्सो ने खुशनामा में फैमिली वालों से मांगे रुपए

- नर्सो को नहीं मिले रुपए तो पड़ा रहा ब्लड, मर गई पेशेंट

- फैमिली वालों के साथ पब्लिक ने किया हंगामा, बंद किया मेन गेट

PATNA CITY : नॉर्मल डिलीवरी के बाद भी डॉक्टर और नर्सिग स्टाफ की लापरवाही ने एक महिला की जान ले ली। वो भी लापरवाही सिर्फ इस लिए बरती गई कि बच्ची के जन्म लेने पर नर्सो ने खुशनामा के रूप में फैमिली वालों से रुपए की मांग की, जो रुपए उनके अनुसार नहीं मिले। डॉक्टर और नर्स की लापरवाही भरा ये मामला एनएमसीएच का है। महिला की मौत पर फैमिली वालों व पब्लिक ने मिलकर गुरुवार की सुबह एनएमसीएच में जमकर हंगामा किया। इसके बाद महिला की डेड बॉडी के साथ एनएमसीएच के मेन गेट को जाम कर दिया और मामले में डॉक्टर और नर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। करीब आधे घंटे तक हॉस्पीटल के मेन गेट को लोगों ने बंद रखा। हंगामे के कारण पूरे कैंपस में अफरा-तफरी मची रही। आलमगंज थाने को इंफॉरमेशन मिली, तब पुलिस टीम एसआरएएफ के जवानों के साथ हॉस्पीटल पहुंची। हंगाम कर रहे लोगों को पुलिस ने शांत कराया।

बुधवार की रात हुई डेथ

मोकामा के मसूमा गांव के रहने वाले दिनेश प्रसाद की वाइफ सरोज देवी (ख्भ्) प्रेगनेंट थीं। डिलीवरी के लिए वाइफ को दिनेश ने बुधवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे एनएमसीएच के गायनी वार्ड में डा। रीता सिन्हा की यूनिट में एडमिट कराया। करीब ढाई बजे तक सरोज की नॉर्मल डिलीवरी हुई और उसने एक बच्ची को जन्म दिया। सरोज को ब्लड की कमी हुई, इस बारे में शाम भ् बजकर फ्0 मिनट पर एक यूनिट ब्लड लाने को कहा गया। दो घंटे बाद ब्लड लाकर दिया गया, लेकिन ब्लड नहीं चढ़ाए जाने की वजह से रात करीब क्0 बजे सरोज ने दम तोड़ दिया।

ब्लड बैंक वाले भी हैं जिम्मेवार

दिनेश ने बताया कि उसकी वाइफ का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटीव था। वह ब्लड लाने के लिए एनएमसीएच के ही ग्राउंड फ्लोर पर स्थित ब्लड बैंक पहुंचा। जहां उसे एक स्टाफ ने अपनी ड्यूटी खत्म होने का हवाला दिया। फिर ड्यूटी पर दूसरा स्टाफ आया। उसने पहले एक यूनिट ब्लड डोनेट करने को कहा, इसके बाद ही वह पेशेंट के लिए एक यूनिट ब्लड देता। डोनर नहीं होने की वजह से दिनेश ने रुपए देकर ब्लड खरीदना चाहा। फ्भ्00 रुपए देकर दिनेश ने अपनी वाइफ की जान बचाने के लिए एक यूनिट ब्लड खरीदा। इस पूरी प्रक्रिया में पूरे दो घंटे लग गए। इससे काफी टाइम बर्बाद हो गया।

पहले खुशनामा, फिर चढ़ेगा ब्लड

सरोज की डिलीवरी के लिए उनकी सिस्टर लाखो देवी भी साथ में थी। लाखो की मानें तो दिनेश के ब्लड लाने के बाद डॉक्टर और नर्स ने उनसे बच्ची की जन्म लेने पर खुशनामा के रूप में रुपए मांगा। लाखो के पास कम रुपए थे, उसने ख्0 रुपए दिए भी, लेकिन सभी ने एक सौ रुपए की मांग की। जिसे देने में लाखो असमर्थ थी।

फैमिली वालों को पीटा

खुशनामा के रूप में रुपए नहीं मिलने के बाद डॉक्टर और नर्स गुस्से में आ गई। ब्लड का पैकेट पेशेंट की बेड पर पड़ा रहा, लेकिन किसी ने चढ़ाने की कोशिश नहीं की। इस पर फैमिली वालों ने जब ब्लड चढ़ाने को बोला तो डॉक्टर और नर्सो ने उनके साथ मारपीट की। लाखो देवी का आरोप है कि नर्सो ने बुधवार की रात उन्हें बुरी तरह से पीटा।

डेथ के बाद लगाया ब्लड

फैमिली वालों ने डॉक्टर और नर्सो पर गंभीर आरोप लगाया है। हसबेंड दिनेश यादव के अनुसार सरोज की डेथ हो चुकी थी। उसके बाद अपने बचाव के लिए डॉक्टर और नर्स ने मिलकर दिखावे के लिए ब्लड चढ़ाने के लिए लगाया। सरोज की डेथ के बाद पैकेट में पूरा ब्लड जस का तस पड़ा था।

कहा था रेफर करने

जिस टाइम सरोज को ब्लड की जरूरत पड़ी और उनकी तबियत बिगड़ने लगी तो हसबेंड दिनेश व फैमिली वाले ने दूसरे डॉक्टर के पास रेफर करने की मांग की, लेकिन डॉक्टर ने उनकी नहीं सुनी और दूसरी जगह रेफर नहीं किया।

पीपीएच के कारण हुई डेथ

पूरे प्रकरण के बाद गायनी वार्ड की एचओडी रेणू रोहतगी एक अलग ही राग अलाप राग रही हैं। उनके अनुसार सरोज की डेथ पोस्ट पार्टम हैम्ब्रेज (पीपीएच) की वजह से हुई है। पीपीएच में पेशेंट शॉक में चला जाता है। पेशेंट की नस नहीं मिल रही थी, जिस कारण नस काट कर ब्लड चढ़ाया गया।

डर के मारे नहीं कराया एफआईआर

वाइफ की डेथ के बाद दिनेश यादव डॉक्टर और नर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहते थे, लेकिन आलमगंज थाने की पुलिस ने हॉस्पीटल का मेन गेट बंद करने के कारण उनके खिलाफ ही केस दर्ज करने की धमकी दी। इसके बाद दिनेश और उनकी फैमिली वाले डर गए और एफआईआर दर्ज नहीं करा सके। सिर्फ हॉस्पीटल के सुपरिंटेंडेंट के नाम डॉक्टर और नर्स के खिलाफ एक कंप्लेन लिखा।

जांच करेगी टीम

इस पूरे मामले में सुपरिंटेंडेंट डॉ संतोष कुमार ने तीन डॉक्टर्स की एक जांच टीम गठित कर दी है। इसमें सर्जरी, मेडिसीन और पेडियाट्रिक्स के एचओडी रहेंगे, जो जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।

Posted By: Inextlive