इतिहास के पन्ने पलटने पर पता चलता है कि अपनी आन बान शान को गुजरात के राजा बहादुर शाह से बचाने के लिए चितौड़ की विधवा रानी करणावती ने मुगल बादशाह हुमायू को राखी भेजी थी. बस तभी से रक्षाबंधन इंडियन कल्चर का एक हिस्साब बन गया और आज यह दिन हर भाई बहन के लिए खास है.


बॉलीवुड में भी इस रिश्ते को बेहद खूबसूरती से कभी गीतों में पिरोने की कोशिश की गई है तो कभी पूरी फिल्म ही इस रिश्ते पर बनी है. समय के साथ इस रिश्ते को सिल्वर स्क्रीन पर एक नई बॉन्डिंग,  फीलिंग और इमोशन्स के साथ पेश किया गया है. बात शुरु करते हैं आशुतोष गोवारिकर की फिल्म जोधा अकबर से. इस पीरियड मूवी में जोधाबाई और सूजामल के रिश्तों में जो बॉडिंग दिखाई गई है वह ट्रेडिशनल टच लिए हुए है लेकिन इसी दौर में आई फिल्म जाने तू जाने ना में भाई बहन के रिश्तों में आए बदलाव को दिखाया गया है. इस फिल्म जेनीलिया और प्रतीक बब्बर की पिलो फाइट देखकर आप शायद ओल्ड ऐरा के ब्लैक एंड व्हाइट रिश्ते को भूल जाएंगे.

 

वैसे बॉलीवुड में भाई बहन के रिश्तों में आए बदलाव को काफी समय हो चुका है. पुरानी फिल्मों में हरे रामा हरे कष्णा पहली ऐसी फिल्म है जिसमें इस रिश्ते को थोड़ा हट कर सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया गया. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक भाई अपनी खोई हुई बहन को खोजता है और नशे की दुनिया से बाहर निकालता है.
वक्त के साथ सिल्वर स्क्रीन पर बहनें बेहद स्ट्रांग कैरेक्टर के तौर पर उभर कर सामने आईं. अंधा कानून. फिल्म में रजनीकांत ने एक चोर भाई और हेमा मालिनी ने एक पुलिस इंस्पैक्टर की भूमिका निभाई. चोर भाई को रक्षाबंधन वाले दिन ही एक बहन कैसे हथकड़ी पहनाती है यह देख कर शायद आप दंग रह जाएं लेकिन दोनों के रिश्तों में नेचुरल इफैक्ट हर जगह बरकरार रहा.

 

समय का पहिया घूमता रहा और एक बार फिर बड़े पर्दे पर फिल्म जोश में भाई बहन की जबरदस्त टयूनिंग देखने को मिली. इस फिल्म में दिखाया गया दिया कि एक बहन कैसे अपने भाई की लव स्टोरी को सक्सेसफुल बनाने के लिए मशक्कत करती है. फिल्म में पहली बार ऐश्वर्या राय ने किंग खान के अपोजिट काम किया था. कुछ ही समय बीता था कि बॉलीवुड की ऑन स्क्रीन बहन करिश्मा ने यह भी दिखा दिया कि एक बहन अपने भूले हुए भाई को सही रास्त भी दिखा सकती है और भाई के न मानने पर उसे सजा भी दे सकती है. फिल्म का नाम फिजा था और इसमें रितिक रोशन ने करिश्मा के भाई का रोल प्ले किया था.

 

इन सबसे अलग डाएरेक्टर ओनीर की फिल्म माई नेम इज निखिल में एचआईवी पॉजिटिव भाई संजय सूरी का कदम कदम पर मनोबल बढ़ने वाली बहन जूही ने बहन भाई के रिश्ते को और भी ज्यादा मजबूत कर दिया. उम्मीद है कि आने वाले समय में इस रिश्ते के और भी कई शेडस फिल्मों में देखने को मिलेंगे.

 

Posted By: Garima Shukla