अजी ये तो गजब हो गया. क्‍या सुना है कभी आपने ऐसा कि गाय भी अब देगी परीक्षा. यही नहीं इसके लिए तो उसे उसके सांड पिता के नाम पर एडमिट कार्ड भी जारी किया गया है. ये अजीबो-गरीब वाक्‍या है जम्‍मू-कश्‍मीर का. नहीं यकीन आता तो आगे पढ़‍िए इसे. दरअसल जम्‍मू-कश्‍मीर के एक प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्‍जाम के दौरान अधिकारियों की ओर से गाय के नाम का प्रवेश पत्र जारी किया गया है.

हुआ है कुछ ऐसा
यह चौंका देने वाला मामला उस समय लोगों के सामने आया जब राज्य में विपक्षी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद आजिम मट्टू ने इस प्रवेश पत्र की एक कॉपी को सोशल मीडिया टि्वटर पर अपलोड किया. बताया जा रहा है कि यह प्रवेश पत्र डिप्लोमा इन पॉलिटेक्निक के दाखिले के लिए बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशंस की ओर से जारी किया गया है. अब क्या आपको गाय का नाम पता है! दरअसल एडमिट कार्ड पर कचिर गाव (भूरी गाय) का नाम दिया गया है. यही नहीं इस गाव को गुरा दंड नाम के सांड की बेटी बताया गया है. इस गाय को सिर्फ प्रवेश पत्र ही जारी नहीं किया गया है बल्कि इसको बेमिना के सरकारी डिग्री कॉलेज में सीट भी अलॉट की गई है. इस गाय की परीक्षा 10 मई को है.
अाजिम मट्टू ने दी जानकारी
पूरे मामले को लेकर आजिम मट्टू ने जानकारी दी कि जम्मू कश्मीर बोर्ड ऑफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन की ओर से वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी की गई. वेरिफिकेशन के बाद गाय के लिए रोल नंबर की स्लिप भी जारी की गई. मट्टू ने यह भी बताया कि इसके बाद में बोर्ड की साइट से इस प्रवेश पत्र का पूरा रिकॉर्ड हटा लिया गया. इस पूरे मामले को लेकर मट्टू ने राज्य के शिक्षा मंत्री नईम अख्तर से जवाब तलब किया है. इसके अलावा यहां के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वर्किंग प्रेसिडेंट उमर अब्दुल्ला ने भी मट्टू के ट्वीट पर कमेंट किया है. उन्होंने लिखा है कि शानदार, उम्मीद है कि कचिर गाव एग्जाम देने के लिए सेंटर पर जरूर पहुंचेगी.
कुछ ऐसे हुई ये घटना
वहीं दूसरी ओर बोर्ड के एग्जामिनेशन कंट्रोलर फारुख अहमद मीर ने जानकारी दी कि जैसा कि सर्वविदित है कि परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन ही किए जाते हैं. इसके बाद इमेज पहचानने वाले सॉफ्टवेयर की मदद से छात्र की पहचान की जाती है. बड़ी बात यहीं हुई कि यह सॉफ्टवेयर एक इंसान के और पशु की तस्वीर में फर्क को नहीं समझ सकता. ऐसे में किसी ने शरारत की.  
किसी ने की शरारत
किसी ने शरारत करते हुए प्रवेश पत्र पर उनके हस्ताक्षर के बारे में पूछे जाने पर मीर ने जवाब दिया कि वह निजी तौर पर प्रवेश पत्रों पर साइन नहीं करते. यह पूरा काम सिस्टम जनरेटेड है.  वहीं मीर ने यह भी कहा कि वह IP एड्रेस के जरिए अब शरारत करने वाले शख्स की पहचान की जाएगी. यही नहीं पहचान होने के बाद उस शख्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. अभी फिलहाल उसकी तलाश में जुगत लगाई जा रही है.

Hindi News from Bizarre News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma