तूफान आए तो घबराएं नहीं बल्कि हो जाएं सावधान
-घर के अंदर किसी मजबूत जगह कोने में जाकर लें शरण
-प्रशासन ने जिले की सभी तहसीलों में जारी किया अलर्ट BAREILLY: मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। तूफान को लेकर लोग टेंशन में हैं, लेकिन लोग बिना घबराए समझदारी और सूझबूझ से काम लें तो तूफान से होने वाले नुकसान से खुद को बचा सकते हैं। आंधी-तूफान के दौरान चाहें घर में हों या फिर घर के बाहर सब जगह अलग-अलग सावधानी बरतें। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट तूफान को लेकर जारी अलर्ट के बीच पब्लिक को बताने जा रहा है कि लोग तूफान आने पर क्या करें और क्या न करें घर के अंदर हों तो क्या करें -तूफान आने पर तुरंत घर के सभी खिड़की-दरवाजे बंद कर दें -खिड़की व दरवाजे के पास भारी वस्तु रख दें ताकि खिड़की-गेट न खुले-यदि विंडो या दरवाजे में शीशा लगा हो तो उसे कपड़े से जरूर ढक दें
-शीशा कपड़े से ढकने से कांच टूटने पर बिखरेगा नहीं -घर के अंदर सबसे अंदरूनी व मजबूत स्थान पर जाएं -हो सके तो टेबल या बेड के नीचे जाकर छिप जाएं -टेबल कमजोर हो तो उसपर कपड़े डाल दें ताकि चोट कम लगेघर के बाहर इन बातों का रखें ध्यान
-घर के बाहर होने पर तुरंत सुरक्षित स्थान की तलाश करें -आसपास कोई पेड़ हो तो उससे दूरी बनाकर रखें -पेड़ के पास भी खड़े हों तो तने के पास और हवा के विपरीत दिशा में खड़े हों -किसी बिल्डिंग में भी यदि शरण लें तो पिलर के आसपास ही खड़े हों -बिल्डिंग में ध्यान रखे कि हवा के विपरीत साइड में ही रहें -हो सके तो जमीन पर पेट के बल लेट जाएं -बिजली के पोल के पास कभी भी न खड़े हों ड्राइविंग करते वक्त बरतें सावधानी -ड्राइविंग करते वक्त तूफान आए तो तुरंत व्हीकल रोड किनारे लगा लें -फोर व्हीलर से उतरकर कार के किनारे विपरीत दिशा में खड़े हों ताकि चोट न लगे -टू-व्हीलर हो तो भी साइड में खड़ी कर लें -आसपास देखें कि कोई पेड़ न हो -तूफान रुकने तक बिल्कुल भी वाहन न चलाएं इन बातों का भी रखें ध्यान -तूफान आने का अलर्ट मिलने पर घर के अंदर पानी की स्टोरेज कर लें -तूफान में बिजली कटौती होती है, इसलिए इमरजेंसी लाइट रखें-इमरजेंसी लाइट, पानी व अन्य जरुरत की सामग्री एक ही स्थान पर रखें
-ध्यान रखे कि जरुरत की वस्तुएं कहां रखी हैं -तूफान के दौरान खाना बनाने या अन्य वजह से आग न जलाएं फोन पर रहें संपर्क में तूफान आने पर लोगों को दिमाग सही से काम नहीं करता है, ऐसे में लोगों को मदद के साथ-साथ ढांढस बंधाने वाले का साथ होना जरूरी होता है। ऐसे में लोगों को अपने परिचित या रिश्तेदार से फोन पर संपर्क रखना चाहिए। उन्हें तुरंत मदद का आश्वासन देना चाहिए। फर्स्ट एड की नॉलेज होना जरूरी जब भी कोई आपदा आती है तो लोग राहत कार्य में जुट जाते हैं। पुलिस समेत कई संस्थाएं पहुंचती हैं लेकिन उनके पास फर्स्ट एड की सुविधा नहीं होती है। जबकि ऐसे में फर्स्ट एड बहुत जरूरी है, क्योंकि शुरुआती इलाज से कई लोगों की जान चली जाती है। घायल को हॉस्पिटल ले जाने में भी सावधानी बरतनी चाहिए। प्रशासन ने जारी किया अलर्टप्रशासन ने मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। आपदा प्रबंधन के नोडल ऑफिसर एडीएम एफआर मनोज कुमार पांडे ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने एरिया में अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सचेत करें। इसके अलावा दैवीय आपदा से निपटने के सभी इंतजाम भी कर लें।
तूफान आने पर घबराएं नहीं, बल्कि सावधानी बरतें। घर के अंदर मजबूत एरिया में जाकर छिप जाएं और खिड़की दरवाजे बंद कर लें। घर के बाहर भी जरूरी सावधानी बरतें। मनोज गौतम, डिप्टी कंट्रोलर सिविल डिफेंस