साल 2014 भले ही स्‍पाइसजेट जैसी एयरलाइन कंपनियों के लिए संकट भरा रहा हो लेकिन एयर इंडिया के लिए एक बेहतर साल साबित हुआ. एयर इंडिया की ग्रोथ पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता दिखा. सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने दिसंबर के पहले पंद्रह दिनों में डोमेस्टिक मार्केट में 15 प्रतिशत ग्रोथ की होने का खुलासा किया है. इसके साथ ही छुट्टियों के दौरान उमड़ने वाले यात्रियों की भारी भीड़ से निपटने के लिए एयर इंडिया पूरी तरह से तैयारी कर चुकी है.


घरेलू यात्रियों की संख्या में इजाफा
कल एयर इंडिया की ओर से इस बात का दावा किया गया है कि दिसंबर 2014 के पहले पंद्रह दिनों में दिसंबर 2013 की तुलना में कंपनी के व्यापार में 15 प्रतिशत ग्रोथ हुई है. पिछले साल दिसंबर में एयरलाइन के यात्रियों की डेली संख्या 30,313 थी जो इस साल दिसंबर के पहले पंद्रह दिनों में बढ़कर 35,100 प्रतिदिन हो गई. इसके साथ ही इस एयरलाइन सर्विस से उड़ान भरने वाले यात्रियों की संख्या पर नजर डाली जाए तो यात्रियों की संख्या 45,100 यात्री प्रतिदिन से बढ़कर 50,500 यात्री प्रतिदिन होने की बात सामने आई है. जिसमे भी इसकी 12 प्रतिशत ग्रोथ हुई है. इसकी सब्सिडियरी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने पिछले साल 53,720 यात्रियों को उड़ान भराया था जब कि इस साल दिसंबर 2014 के पहले पंद्रह दिनों में 58,160 यात्रियों को उड़ान भराया है और इसकी नेटवर्क बेसिस पर 8 प्रतिशत ग्रोथ हुई है.यात्रियों की सुविधा के इंतजाम


एयरलाइन ने दावा किया कि उसने प्रतिदिन 403 उड़ानों का परिचालन किया जिसमें से 267 उड़ानें घरेलू नेटवर्क में थी. इसके अलावा बोइंग 787 विमान के जरिये परिचालित लंदन, आस्ट्रेलिया, बैंकाक, सिंगापुर और दुबई जैसी अंतरराष्ट्रीय उडानों में 80 प्रतिशत तक क्षमता उपयोग हुआ है. जबकि घरेलू मार्गों में कोलकाता और बैंगलुरु में सबसे अधिक 86 से 92 प्रतिशत का क्षमता उपयोग रहा है. इसके अलावा एयरइंडिया ने यात्रियों की सुविधा के लिए और इंतजाम कर रही है. छुट्टी के दिनों में हवाई यात्रा के यात्रियों की काफी भीड़ होती है. इसके लिए एयरइंडिया ने घरेलू उडानों में एक बी747, एक बी777-200एलआर और एक बी777-300ईआर विमानों की सेवायें बढाने की योजना में है. इन विमाननो की सेवायें बढाकर अवकाश के दिनों में अपनी क्षमता बढाना चाहती है. इसके अलावा कंपनी एक अतिरिक्त बी787 भी घरेलू मार्गों में शामिल करना चाहती है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh