पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर बॉर्डर से सटे गांवों में सीज फायर का वायलेशन कर पाकिस्तान जिस तरह से लगातार फायरिंग कर रहा है वहां के लोग उससे काफी डरे हुए हैं. शाम से ही फायरिंग स्टार्ट होने के चलते गांव में एक अनइजी सी खामोशी छाई हुई है और लोग गांव छोड़ने की प्ला‍निंग कर रहे हैं.


सेटरडे लेट नाइट पाकिस्तानी आर्मी ने जम्मू-कश्मीर के गांव पहाड़पुर पर बनी बीएसएफ चौकी पर फायरिंग की. इसके साथ ही पंजाब के बॉर्डर से लगे विलेज प्लाह को भी टाग्रेट किया. पंजाब का यह विलेज पहाड़पुर से सटा हुआ है. पाकिस्तान ने प्लाह विलेज में मोर्टार व हैवी मशीन गन से फायर किए. वैसे इस फायरिंग से किसी की जान जाने की न्यूज अभी तक नहीं आयी है.  संडे को बीएसएफ ने गांव से मेड इन पाकिस्तान के मोर्टार व गोलियों के कवर अपने कब्जे में लिए हैं. डरे हुए विलेजर्स अपने घरों में ही छुपे रहे. यहां तक कि प्रिकॉशन के लिए उन्होंने घरों की लाइट्स भी ऑन नहीं कीं. एसएसपी पठानकोट राकेश कौशल ने बताया कि पुलिस बॉर्डर पर अप्वाइंट बीएसएफ से लगातार कांटेक्ट बनाए हुए है और पाकिस्तान की फायरिंग से अलर्ट भी है. हालांकि पाकिस्तान अभी तक जम्मू-कश्मीर बार्डर को ही टारगेट कर रहा है लेकिन सिक्योरिटी से जुड़े लोगों का मानना है कि वो पंजाब में पठानकोट के विलेज को भी हिट कर सकता है इसलिए उन इलाकों को भी काफी सेंसटिव माना जा रहा है.
लास्ट ईयर अक्टूबर में भी ईद-उल-अजहा पर फायरिंग करके लोगों की जान लेना वाला पाकिस्तान ईद-उल-मिलाद-उल-नबी पर कुछ कंट्रोल में रहा लेकिन बीएसएफ ने इस दौरान अपनी अलर्टनेस को कम नहीं होने दिया फिल्हाल रात एक बजे के बाद से इंडियन टेरेटरीज पर फायरिंग रुकी हुई है. इससे पहले बीएसएफ की ओर से स्ट्रांग रिएक्शन मिलने के बाद सेटरडे नाइट साढ़े दस से रात एक बजे तक पाकिस्तान ने सांबा डिस्ट्रिक्ट के रामगढ़ की तीन पोस्टस, बल्लड़, बल्लड़ फावर्ड और मल्लू चक्क पर फायरिंग की थी. जिसके बाद बॉर्डर एरियाज में टैरर का एटमास्फिबयर बना रहा.  सेटरडे को पाकिस्तान ने पच्चीस के करीब भारतीय पोस्टनस और बॉर्डर एरिसयाज को टारगेट किया था. इस सिचुएशन में अगर संडे नाइट भी फायरिंग कांटिन्यू रहती तो काफी लोग इस इलाके को छोड़ने की प्लानिंग कर रहे थे्. इस बीच कठुआ डिस्ट्रिक्टक के हीरानगर में एडमिनिस्ट्रेशन के करीब 11 रेस्क्यू शेल्टर्स में आठ सौ और लोग पहुंच गए हैं. इस हिसाब से इन शेल्टर्स में इस समय करीब ढाई हजार के बॉर्डर विलेजेस के रहने वाले रह रहे हैं. बॉर्डर पर बढ़ते टेंशन के चलते वहां के कई स्कूल्स को बंद रखने के ऑर्डस दिए गए हैं. ऐसे में बच्चों की स्टडीज के मद्देनजर टीचर्स से कहा गया है कि जहां भी कहीं शेल्टर्स में स्टूडेंटस ठहरे हैं, उनको वहीं पर पढ़ाया जाए.

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Posted By: Molly Seth