Festive season करीब आ रहा है. कुछ ही दिनों बाद नवरात्र शुरू होगा और उसके बाद करवा चौथ. इस दौरान different age categories के लोग fasting करेंगे. इसके पीछे लोगों की भावना है कि fasting करके वे अपनी आत्मा की शुद्धि के साथ भगवान को खुश करते हैं. fasting से spiritual benefits के साथ-साथ physical benefits भी ढेरों हैं. अगर कुछ खास चीजों का ख्याल रखते हुए proper fasting की जाए तो यह आपकी आत्मा के साथ-साथ आपके शरीर की भी शुद्धि कर देगा. आइए देखें कैसे...


Benefits for bodyफास्टिंग का हेल्थ और वेट लॉस से जबर्दस्त ताल्लुक है. सीधे शब्दों में कहें तो फास्टिंग उसी तरह है जैसे घर की सफाई. जैसे घर की सफाई में हम अननेसेसरी एलीमेंट्स को हटा देते हैं और बाकी घर को सिस्टिमैटिक बना देते हैं, ठीक वही काम फास्टिंग हमारी बॉडी और सोल के लिए करता है. यह एनर्जी लेवल के साथ-साथ उम्र भी बढ़ाता है. इस दौरान कम मात्रा में आहार लेने के चलते डाइजेस्टिव सिस्टम को आराम मिलता है. इससे बॉडी की क्लींजिंग और डेटॉक्सिफिकेशन होता है. ईटिंग पैटर्न के लिए एक ब्रेक क्रिएट होता है. यह ज्यादा मेंटल क्लैरिटी को प्रमोट करता है. इमोशनल पैटन्र्स को क्लींज करने के साथ-साथ उनका उपचार भी करता है. इससे एक फिजिकल लाइटनेस पैदा होती है जो एनर्जी लेवल को बढ़ाती है. The miracle cure


फास्टिंग को मिरैकल क्योर का नाम दिया गया है. इससे लगभग सभी तरह की एलर्जीज, आर्थराइटिस, सभी तरह के  डाइजेस्टिव डिस्ऑर्डर्स, स्किन कंडिशंस, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और अस्थमा पर काबू पाया जा सकता है. फास्टिंग से हाई ब्लड प्रेशर बिना किसी दवा के ठीक हो सकता है. बहुत से केसेज देखे गए हैं जब फास्टिंग के बाद अगर हाई ब्लड प्रेशर से पीडि़त शख्स एक हेल्थ सपोर्टिंग डाइट और लाइफ स्टाइल को फॉलो करता है तो उसका ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो गया.Bad habits से भी छुटकाराफास्टिंग से कई बैड हैबिट्स से भी छुटकारा पाया जा सकता है. बहुत से लोगों ने फास्टिंग के जरिए टोबैको, निकोटीन और अल्कोहल एडिक्शंस से छुटकारा पाया है. कुछ लोगों ने ड्रग्स की लत से भी छुटकारा पाने में कामयाबी हासिल की है. फास्टिंग से स्किन क्लीयर होती है और आंखों की चमक भी बढ़ती है. फास्टिंग से टेस्ट एप्रिसिएशन भी बढ़ जाती है. एक्सपट्र्स कहते हैं कि फास्टिंग एक परफेक्ट और हेल्थफुल डाइट और लाइफस्टाइल के लिए सही रास्ता है. फास्ट  आपको एक नई शुरुआत करने का उत्साह देता है. Fasting in India

फास्टिंग करना या उपवास रखना भारत में पिछले कई सालों से एक ट्रेडीशन और कल्चर का प्रतीक है. देश में फास्टिंग का यह ट्रेंड बताता है कि कुछ खास तरह के फूड आइटम्स और ड्रिंक से कुछ समय के लिए लोग दूर रहते हैं. भारतीय घरों में इसे व्रत के नाम से भी जाना जाता है. भारत में फास्टिंग का समय भी अलग-अलग और कुछ खास मौकों पर डिपेंड करता है. यहां पर यह 24 घंटों से लेकर कुछ दिनों तक भी हो सकता है. कुछ खास धर्म के लोग 24 घंटे तक फास्ट रखते हैं तो कुछ हफ्तों तक भी उपवास रखते हैं.  भगवद् गीता में लिखा है कि फास्टिंग वो माध्यम है जिसके जरिए कोई अपने शरीर और आत्मा के बीच एक सच्चा रिलेशन डेवलप कर सकता है.Spiritual effect बहुत पुरानी कहावत है जैसा खाओगे अन्न, वैसा बनेगा मन. ऐसे में फास्टिंग के दौरान हमारी बैलेंस्ड डाइट या निश्चित डाइट जितना बॉडी के लिए बेनेफिशियल है उतना ही सोल के लिए भी. फास्टिंग से जो एनर्जी मिलती है वह इमोशनल के साथ-साथ स्प्रिचुअल विलपावर को बढ़ाती है. स्प्रिचुअल फास्टिंग की बात लगभग हर धर्म में कही गई है. महाभारत, उपनिषद के साथ-साथ कुरान भी इसका जिक्र किया गया है. इससे मिलने वाली ताकत से हमारी आत्मा शरीर के साथ एक अलग तरह का रिलेशन बनाती है. यह हमारी कॉस्मिक बॉडी के लिए एक पावरफुल रास्ता है.

Posted By: Garima Shukla