'मुझे आजादी चाहिए': संजय दत्त
बेहद फनी और रिलैक्स मूड में बातें करते संजय आर्म्स एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के डिसीजन की छाया से बिलकुल भी डरे हुए नहीं लग रहे थे. सच पूछिए तो वे बेहद खुश थे और शेयर कर रहे थे कि पता नहीं क्यों उन्हें मीडिया फ्रेंडली नहीं समझा जाता है.
आपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि आपको नेम और फेम की जगह सिर्फ फ्रीडम चाहिए?
हां मैं अपने केस के बारे में बात कर रहा था, जैसा कि आप जानते हैं. मैं बस प्रे कर रहा हूं कि ये खत्म हो जाए और मुझे मेरी फ्रीडम मिल जाए. अभी मेरे ऊपर काफी रिस्ट्रक्शनस हैं यहां तक कि मैं फ्री हो कर ट्रैवल भी नहीं कर सकता, इसके लिए भी मुझे परमीशन लेनी होती है. इस सबके साथ जीते मुझे 20 साल हो गए और ये बहुत लंबा टाइम होता है. मैं भगवान से प्रे करता हूं कि मुझे इंनोंसेंट प्रूव करके मेरी आजादी दे दी जाए. आज मुझे फ्रीडम से ज्यादा कुछ नहीं चाहिए.
आप इस सबसे कैसे उबर पाते हैं?
फेमिली और कुछ फ्रेंडस जो हमेशा आपका साथ देते हैं उनकी हेल्प से जिन्हें आप उंगलियों पर गिन सकते हैं लेकिन मैं किसी को ब्लेम नहीं करना चाहता, बहुत सी चीजें हुई हैं पर मैं उनके डिटेल में नहीं जाना चाहता.
क्या फादर बनने के बाद आप ज्यादा कंट्रोल्ड पर्सन बन गए हैं?
मैं सोचता हूं कि जब फोर्टीज में आ जाते हैं तो बहुत सी चीजें बदल जाती हैं. इंसान मैच्योर हो जाता है और लाइफ को डिफरेंटली देखने लगता है, स्पेशियली जब आपके पास किड्स और फेमिली की रिस्पांसिबिलिटी हो. मैं निश्चित तौर पर बेहतरी की ओर चेंज हुआ हूं.
काम के बाद आपके जहन में दूसरी क्या चीज आती है?
काम के बाद निश्चित तौर पर हेल्थ.
क्या आपके टि्ंव्स आपकी फिल्में देखते हैं?
सराह और इकरा फिल्मों को समझने के लिए अभी बहुत छोटे हैं पर हां कभी देख लेते हैं. कभी कुछ शॉट्स को देख कर एक्साइटेड भी होते हैं.
और त्रिशाला इन दिनों क्यो कर रही है?
त्रिशाला फोरेंसिक सांस की स्टडी कर रही है और मैं चाहता हूं कि वो पढ़ाई पर फोकस करे. यह एक बेहद ऑनरेबल काम है जो इंनोंसेट लोंगों की हेल्प कर सकता है और मैं चाहता हूं कि वो ऐसा ही करे. मैं ट्रैवल नहीं कर सकता इसलिए हम ज्यादा नहीं मिल पाते पर मुझे उम्मीद है कि एक दिन मैं ऐसा कर पाऊंगा और उससे जल्दी जल्दी मिला करुंगा?
मैंने कहा था मैं ट्राई करुंगा, और ईमानदारी से कहूं तो इसके लिए मुझे बहुत स्ट्रांग होना पड़ेगा लेकिन एक दिन मैं ऐसा जरूर कर लूंगा. हां मैं ड्रिंकिंग ऑलरेडी छोड़ चुका हूं.
आप अपनी नयी फिल्म में एक पुलिस ऑफीसर बने हैं?
जी हां मेरा रोल एक ऐसे पुलिस ऑफीसर का है जो एक खास शहर को बिलांग करता है और अपने राइट्स के लिए लड़ता है.
मुन्नाभाई का अगला पार्ट भी आ रहा है?
हां मुन्नाभाई बस स्टार्ट होने वाली है और मैं इसका इंतजार कर रहा हूं. मैं राहुल अग्रवाल की भी दो नयी फिल्मों में काम कर रहा हूं जिनका अनाउंसमेंट होना है.
Interview by Asira Tarannum
Courtesy Mid Day