नेपाल और उत्‍तर भारत में आया विनाशकारी भूकंप हजारों जिदंगियां तबाह कर गया. इस भूकंप में न जानें कितने घर बर्बाद हो गए और लोग सड़कों पर आ गए. ऐसी आपदा में अपने प्रियजनों की खैर-खबर के लिए मोबाइल सुविधा तो उपलब्‍ध है ही साथ ही वेब टेक्‍नोलॉजी का भी सहारा लिया जा सकता है. जानें कैसे...

गूगल और फेसबुक ने शुरु की मुहिम
दुनिया का नंबर वन सर्च इंजन गूगल इस आपदा में लोगों को सहारा देने आ गया है. गूगल ने 'Person finder' नाम से सर्विस शुरु की है, जिसके जरिए लोग अपने परिवारीजनों और रिश्तेदारों के हालचाल ले सकते हैं. वहीं सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक भी इस मुहिम का हिस्सा बन गई. फेसबुक 'Safety Check' के जरिए लोगों की सुरक्षा को मार्क कर रही है. ऐसे में अगर आप इन दोनों सर्विस से जुड़े हैं, तो अपने दोस्त, रिश्तेदार और प्रियजनों की जानकारी आसानी से ले सकते हैं.

Google का 'Person finder'

पूरी दुनिया में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए गूगल ने इस सर्विस की शुरुआत की है. इसमें आप भूकंप प्रभावित जगहों पर फंसे लोगों की जानकारी ले सकते हैं. इसके अलावा कौन सुरक्षित बचा, इसके बारे में भी पता किया जा सकता है.  
Facebook का 'Safety Check'
फेसबुक ने इस प्राकृतिक आपदा को देखते हुए 'सेफ्टी एप' को शुरु किया. इसकी मदद से आप अपने सुरक्षित बचने की जानकारी अपने फ्रेंड्स तक आसानी से पहुंचा सकते हैं. जैसे ही आप इस पर सेफ्टी मार्क कर देंगे, यह आपके सभी फ्रेंड्स के पास नोटिफिकेशन पहुंचा देगा. फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि, यह सेफ्टी को ध्यान में रखकर शुरु किया गया है. यह बहुत ही सरल और आसान तरीका है, जिससे आपके सुरक्षित रहने की जानकारी सभी फ्रेंड्स के पास पहुंच जाती है. आपको बता दें कि फेसबुक ने इस सेफ्टी चेक की शुरुआत 2011 में की थी. उस दौरान जापान में भयंकर सुनामी आई थी.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari