गुजरात में आज सरस्‍वती अराधना को लेकर व‍िवाद शुरू हो गया है. बसंत पंचमी के मौके पर गुजरात के सभी स्‍कूलों में सरस्वती वंदना कराने के सर्कुलर जारी क‍िया गया है. अहमदाबाद स्‍कूल बोर्ड के जारी सर्कुलर को कांग्रेस बीजेपी की तानाशाही बताकर व‍िरोध कर रही है.

सरस्वती जी विद्या की देवी
आज बसंत पंचमी के दिन पूरे देश में सरस्वती जी की पूजा वंदना की जा रही है. खासकर स्कूलों में विशेष रूप से मनायी जा रहा है. ऐसे में बीती 19 जनवरी को अहमदाबाद स्कूल बोर्ड ने सर्कुलर जारी कर कहा सभी स्कूलों में इस इनकी अराधना की जाए. सर्कुलर में इस बात पर जोर दिया गया था कि सरस्वती जी विद्या की देवी है. लिहाजा प्रार्थना के समय इनकी वंदना होना जरूरी हैं.

बच्चों को वंदना करने से रोक रहे
ऐसे में इस सर्कुलर को लेकर आज काफी लोग विरोध पर उतर रहे हैं.अहमदाबाद नगर निगम का स्कूल बोर्ड शहर में करीब 450 प्राथमिक विद्यालय चलाता है. जिनमें 64 ऊर्दू माध्यम के स्कूल हैं जो खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में हैं जहां अल्पसंख्यक समुदाय के करीब 16 हजार छात्र पढ़ते हैं. ऐसे में मुस्लिम समुदायों के बच्चों से सरस्वती वंदना कराना एक जबर्दस्ती है.मुस्लिम समुदाय के लोग अपने बच्चों को वंदना करने से रोक रहे हैं.
 

अधिकारों का हनन करने में जुटी
वहीं इस पूरे मामले में कांग्रेस का कहना है कि यह सर्कुलर बीजेपी के इशारे पर जारी हुआ है. सरखेज वार्ड के कांग्रेस पार्षद हाजी मिर्जा बेग ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ाने की कोशिश में लगी है. यह मुस्लिमों के मूलभूत अधिकारों पर हमला  है. बीजेपी न सिर्फ सभी धर्मों के अधिकारों का हनन करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपनी तनाशाही बंद करे वरना हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh